हाईलेवल ब्रिज। फोटो: पत्रिका
टोंक। राजस्थान के टोंक जिले में 134.74 करोड़ की लागत से बन रहे हाईलेवल ब्रिज का काम अंतिम चरण में है। उम्मीद है कि डेढ़ महीने में ब्रिज का काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद साल के अंत तक इस ब्रिज पर वाहन दौड़ने लगेंगे। हाईलेवल ब्रिज से तीन उपखंड के दर्जनों गांवों को फायदा होगा।
बता दें कि इस ब्रिज का निर्माण कार्य 8 नवम्बर 2021 को शुरू हुआ था जिसका निर्माण कार्य मई 2024 तक पूरा करना था। लेकिन संबंधित फर्म ने निर्माण में देरी की ओर से विभाग ने उसे फिर से मोहलत दे दी। इसके बाद मार्च 2025 तक का समय दिया गया। लेकिन अभी भी निर्माण पूरा नहीं हुआ है। अब भी डेढ़ महीने का और समय लग सकता है।
हाईलेवल ब्रिज पर अब डामर का काम चलेगा। लेकिन अभी से ही उस पर बाइक समेत छोटे वाहन दौड़ना शुरू हो गए हैं। जबकि पुल के उद्घाटन में अभी भी डेढ़ महीने का समय लगेगा। निर्माणाधीन पुल पर दौड़ रहे वाहन हादसे का सबब भी बन सकते हैं। मजबूरी में लोगों को यह इस मार्ग से गुजरना पड़ रहा है। बनास नदी में रपट और आस-पास पानी भरा है। ऐसे में एक मात्र मार्ग पुल ही बचा है।
बनास नदी गहलोद हाई ब्रिज निर्माण की कुल लम्बाई 3.335 किमी है। इसमें ब्रिज की लंबाई 2 किमी तथा एप्रोचेज की लंबाई 1.335 किमी होगी। हाई ब्रिज में कुल 45 पाइल केप है। बनास नदी गहलोद पर निर्माणधीन हाई ब्रिज की कुल 250 गार्डर है। कार्य पूर्ण होने के बाद 10 साल तक पुल का रख-रखाव व देखरेख निर्माण करने वाली कम्पनी को करना होगा।
बनास नदी स्थित गहलोद मार्ग पर बन रहे हाईलेवल ब्रिज से टोंक जिले के मालपुरा, पीपलू और टोडारायसिंह उपखंड के दर्जनों गांवों को फायदा होगा। ब्रिज चालू हो जाने के बाद धोली, कंडीला, कलमण्डा, नानेर, जंवाली, मालपुरा, डिग्गी, पीपलू सहित दर्जनों गांवों का जिला मुख्यालय से सीधा संपर्क हो जाएगा। लोगों को टोंक आने के लिए 25 किमी की सोहेला होकर अतिरिक्त दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। बरसात के दिनों में तीनों उपखंड के दर्जनों गांवों का सीधी संपर्क टोंक जिला मुख्यालय से कट जाता है।
पुल पर अब महज डामर का काम ही बाकी है। इसमें ज्यादा ज्यादा डेढ़ महीने का काम बाकी है। इसके बाद पुल का उद्घाटन होगा।
-दीन मोहम्मद, अधिशासी अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग टोंक
Updated on:
01 Oct 2025 05:15 am
Published on:
30 Sept 2025 02:12 pm
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