
गोगुंदा-पिंडवाड़ा हाईव।
गोगुंदा/ उदयपुर. जिले का गोगुंदा- पिंडवाड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग इन दिनों हादसों का पर्याय बन गया है। पिछले पांच महीनों में इस हाईवे पर लगभग हर सप्ताह कोई न कोई बड़ा हादसा हुआ है। कहीं सड़क निर्माण कार्य में ठेकेदार की लापरवाही ने जान ली, तो कहीं तेज रफ्तार और खराब सड़क स्थिति ने लोगों की जिंदगी छीन ली।
हाईवे निर्माण के बाद से ही उदयपुर से गोगुंदा के बीच ओर आगे बेकरिया तक कई तकनीकी खामी और अवैज्ञानिक तरीके से सड़क के निर्माण के चलते हादसे होते रहे। हालांकि हादसों के पीछे यातायात नियमों का उल्लंघन सामने आ रहा है। वहीं ग्रामीणों ने हादसों की प्रमुख वजह हाईवे पर बने कट को माना है।
अक्टूबर की शुरुआत में दो की मौत
4 अक्टूबर को खाखड़ी में स्कूटी सवार की मौत: 5 अक्टूबर को विदेशी पर्यटकों की कार ने बाइक सवार युवती और युवक को लिया चपेट में, दोनेों घायल, वहीं कार में सवार एनआरआई सहित पांच जने चोटिल हुए।
6 अक्टूबर को एक व्यक्ति की ट्रेलर से टकराने पर मौत
मानी तकनीकी खामी तो मंजूर की राशि
 उदयपुर- पिंडवाड़ा हाईवे पर आए दिन होते हादसों को लेकर राजस्थान पत्रिका ने समय-समय पर खबरें प्रकाशित की। गंभीरता से लेते हुए विधायक प्रतापलाल गमेती ओर भाजपा के देहात जिलाध्यक्ष पुष्कर तेली ने सांसद डॉ. मन्नालाल रावत के जरिए केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को अवगत कराया। आखिर केंद्रीय मंत्री ने दुर्घटना संभावित क्षेत्रों के सुधारीकरण व निवारण के लिए हाईवे 27ओर 48के लिए एक अरब, 99 करोड़ 50 लाख रुपए की स्वीकृति दे दी।
जनवरी से सितम्बर तक के हादसे
1 से 3 जनवरी: मालवा चौरा में तेज रफ्तार ट्रेलर ने टेंपो को टक्कर मार दी। इस हादसे में 5 लोगों की मौत और 9 घायल हुए।
2 से 4 जनवरी: बेकरिया थाना क्षेत्र में ट्रेलर ने बस को चपेट में ले लिया। इस हादसे में 1 व्यक्ति की मौत और 10 लोग घायल हो गए।
3 से जनवरी: क्यारी, बेकरिया थाना क्षेत्र में एक अज्ञात वाहन ने बाइक सवार तीन युवकों को कुचल दिया, जिसमें 2 युवकों की मौके पर ही मौत हो गई।
4 से 21 जनवरी: उखलियात सुंगरा के पास देर रात अनियंत्रित जीप डिवाइडर से टकरा गई, जिसमें 5 युवकों की मौत हो गई।
5 से 1 मई: खाखड़ी क्षेत्र में पुलिस कर्मियों की कार अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में 1 पुलिस कर्मी की मौत और 4 घायल हुए।
6 से 18 मई: घसियार के निकट दो कारों की आमने-सामने भिड़ंत में 6 लोग घायल हो गए।
7 से 27 मई: आकियावड़ क्षेत्र में एक कार गहरी खाई में गिर गई, जिससे 2 लोग घायल हो गए।
8 से 17 जून: मालवा चौरा के पास ट्रेलर ने डंपर को टक्कर मार दी। डंपर सड़क किनारे चल रहे भाई-बहन समेत राहगीरों को रौंदता चला गया। इस हादसे में 4 लोगों की दर्दनाक मौत हुई।
जून से अक्टूबर तक के प्रमुख हादसे
4 से 10 जून के बीच चार अलग-अलग हादसों में एक महिला की मौत और कई लोग गंभीर घायल हुए।
जुलाई माह सबसे ज्यादा भयावह रहा
1 जुलाई से 31 जुलाई तक सात से अधिक सड़क हादसे हुए। इनमें धोली घाटी, भव्या पैलेस, लोहारचा और मालवा चौराहा जैसे स्थान हादसों के हॉटस्पॉट बने। इस दौरान चार लोगों की मौत और करीब 10 लोग घायल हुए।
अगस्त माह में घसियार क्षेत्र में हुए दो हादसों ने जनजीवन को झकझोर दिया। एक हादसे में टैंकर चालक की जलकर मौत हुई, जबकि दूसरे में सड़क किनारे सब्जी बेच रहीं दो महिलाओं की जान गई।
सितंबर माह में कला आश्रम व आकियावड़ पुलिया के समीप दो बड़े हादसे हुए जिनमें दो दंपतियों समेत कई लोग घायल हुए।
इन ब्लैक स्पॉट पर काम होगा
उदयपुर- पिंडवाड़ा हाईवे पर भादवी गुढ़ा, गोगुंदा के जगलिया महुडी, पिलका बेकरियां के यहां और मालवा चौरा के टर्नल के आगे का मार्ग।
जिनमे भादवी गुढ़ा में पहाड़ी को काट कर हाइवे मार्ग को चौड़ा किया जाना है। गोगुंदा में जगलिया महुडी और बेकरिया के पिलका में ब्रिज बनाया जाएगा। मालवा चौरा टनल के आगे हाईवे पर मेटल बीम क्रैश बैरियर (एमबीसी) का कार्य होगा, जिसका उद्देश्य वाहनों को सड़क से बाहर जाने या विपरीत दिशा में जाने से रोकना है, जिससे दुर्घटनाओं को कम किया सकेगा।
Published on:
13 Oct 2025 08:41 pm
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