Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

BJP पार्षद कुर्सी से उठकर करने लगे तू-तू-मैं-मैं, बड़े नेताओं तक पहुंची बात, ये है पूरा मामला

MP News: भाजपा पार्षद गब्बर भाटी और सुशील श्रीवास आपस में ही भिड़ गए। समिति पदाधिकारी और अधिकारियों के सामने ही दोनों के बीच जमकर तू-तू-मैं-मैं हुई और स्थिति हाथापाई जैसी बन गई। मौजूदा लोगों को हस्तक्षेप करना पड़ा।

3 min read
Google source verification
MP News

MP News

MP News:उज्जैन में कार्तिक मेले में लगे अवैध झूलों पर कार्रवाई को लेकर कार्तिक मेला भूमि आवंटन समिति के सदस्य और भाजपा पार्षद गब्बर भाटी और सुशील श्रीवास आपस में ही भिड़ गए। समिति पदाधिकारी और अधिकारियों के सामने ही दोनों के बीच जमकर तू-तू-मैं-मैं हुई और स्थिति हाथापाई जैसी बन गई। मौजूदा लोगों को हस्तक्षेप करना पड़ा। बाद में भाजपा नगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने पार्टी के दोनों पार्षदों को तलब कर लिखित में स्पष्टीकरण मांगा।

अवैध झूलों पर कार्रवाई बना विवाद का कारण

नगर निगम ने शुक्रवार को मेला परिसर में लगे कुछ अवैध झूलों को सील करने की कार्रवाई की। शनिवार को निगम मुख्यालय में आयोजित कार्तिक मेला भूमि आवंटन की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार, समिति अध्यक्ष अंजली बालकृष्ण पटेल और अन्य सदस्यों ने अवैध झूलों पर ताले लगाने के साथ उन्हें राजसात करने की बात कही। सदस्य गब्बर भाटी ने समान कार्रवाई करने और राजसात की जगह जुर्माना लगाने की बात कही। सदस्य सुशील श्रीवास ने बहुमत के आधार पर कार्रवाई करने का पक्ष रखा।

चर्चा के बीच भाटी और श्रीवास के बीच गहमागहमी शुरू हो गई और विवाद इतना बढ़ा कि कुर्सी से उठकर तू-तू-मैं-मै होने लगी। स्थिति बिगड़ती देख अन्य सदस्य और अधिकारी-कर्मचारियों ने मामला संभाला। बाद में विवाद की सूचना निगम अध्यक्ष कलावती यादव, महापौर मुकेश टटटवाल सहित भाजपा नगर अध्यक्ष अग्रवाल तक पहुंची। समझाइश के बाद भले ही मामला शांत हो गया हो लेकिन विवाद ने एक बार फिर कार्तिक मेले में गड़बडिय़ों की आशंका को जरूर जन्म दे दिया है।

असमान कार्रवाई क्यों हो रही?

व्यापारी दूर-दूर से कार्तिक मेले में व्यापार करने के लिए आते हैं। उन पर झूले राजसात करना या पक्षपात पूर्ण कार्रवाई करने पर मेरी आपत्ति थी। कुछ लोगों पर कार्रवाई और कुछ लोगों को छोड़ा जा रहा है। मैंने सभी पर समान कार्रवाई या किसी पर कार्रवाई नहीं करने का कहा था। साथी पार्षद का बात करने का तरीका ठीक नहीं था, जिस पर थोड़ी कहासुनी हुई थी।- गब्बर भाटी, भाजपा पार्षद

समिति झूले जब्त करने के पक्ष में थी

अवैध तरीके से झूलों का संचालन किया जा रहा था। समिति के सभी लोग झूला सील करने के साथ राजसात करने के पक्ष में थे। साथी पार्षद ने इसका विरोध किया और विषय से अलग मौत के कुएं का मुद्दा उठाने लगे। मैंने जब्ती की कार्रवाई की बात कही, जिस पर उन्होंने अशालीन तरीके से बोलना शुरू कर दिया। बड़े विवाद जैसी कोई बात नहीं है।- सुशील श्रीवास, भाजपा पार्षद

दोनों से ही जवाब मांगा है

विवाद की सूचना मिली थी। दोनों के बीच गलतफहमी हो गई थी। दोनों को समझाइश देते हुए जवाब मांगा है।- संजय अग्रवाल, नगर भाजपा अध्यक्ष

जहां एक-एक इंच जमीन का हिसाब, वहां दो सप्ताह से कैसे चलते रहे अवैध झूले

कार्तिक मेले में जहां झूले, दुकान लगाने के लिए एक-एक इंच जमीन का महत्व होता है, वहां दो सप्ताह से छोटे ही नहीं कई वर्ग मीटर जमीन घेरे अवैध बड़े झूले संचालित हो रहे थे। न कोई डर और न कोई रोक टोक। भूमि आवंटन समिति अध्यक्ष अंजली बालकृष्ण पटेल का तो यह तक कहना है कि कुछ दिन पहले तक 10 से ज्यादा छोटे और तीन बड़े झूलों का अवैध संचालन हो रहा था।

पटेल के अनुसार, समिति तीन दिन पहले ही अधिकारियों को कार्रवाई का कह चुकी थी,फिर भी अवैध संचालन जारी रहा। निगमायुक्त तक शिकायत पहुंचने के बाद इन पर ताला लगाने की कार्रवाई हुई। लेकिन गड़बड़ी को रोकने की जिन पर जिमेदारी है, उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इधर, इस पूरे मामले ने फेयर फेयर (स्वच्छ मेला) को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।

दरअसल, कार्तिक मेले में अवैध झूले या दुकान लगाने या इसको लेकर कार्रवाई का यह पहला मामला नहीं है। लगभग हर साल ही भूमि आवंटन व अवैध दुकान-झूले का मामला उठता है और विवाद की स्थिति बनती है। कभी अतिक्रमण को लेकर व्यापारियों में विवाद होते हैं तो कभी आवंटन को लेकर कुछ जनप्रतिनिधियों पर अंगुलियां उठती हैं। निगम ने जब आवंटन प्रक्रिया ऑनलाइन की तब भी इसका खासा विरोध कर विवाद की स्थिति बनाई गई थी। वर्ष 2022 में मेले के दौरान महिला व्यापारी ने उन्हें आवंटित जमीन को लेकर मेला माफिया द्वारा धमकाने की शिकायत की थी। महिला ने एक युवक को पीटा भी था। इसी प्रकार कुछ वर्ष पूर्व नाव के झूले को लेकर आर्थिक अनियमितता के आरोप लगे थे। एक बार मौत के कुआ लगाने को लेकर अनियमितता के आरोप लगे थे। कुछ साल पहले कार्तिक मेला ग्राउंड स्थित द्वार के पास लगी दुकान को हटाने के दौरान गड़बड़ी के आरोप लगे थे।

अधिकारियों की शह पर लगे अवैध झूले

अधिकारियों की शह पर कार्तिक मेले में कई छोटे-बड़े झूले अवैध तरीके से लगे थे। मीना बाजार में खाने की दुकान लगी है। अन्य व्यापारी हमसे शिकायत कर रहे थे। तीन दिन से संबंधित अधिकारियों से अवैध झूलों पर कार्रवाई करने का कह रहे थे, लेकिन कार्रवाई नहीं की जा रही थी। निगमायुक्त को शिकायत और उनके निर्देश के बाद अवैध झूलों पर ताले लगे हैं। यह कार्रवाई पर्याप्त नहीं, हमने बैठक में राजसात की बात कही- अंजली बालकृष्ण पटेल, पार्षद व भूमि आवंटन समिति अध्यक्ष