Ujjain- एमपी में पुलिस ने किसानों को आधी रात में घर से उठा लिया। धर्म नगरी उज्जैन में यह घटना घटी जिससे लोग गुस्सा उठे। सोते हुए किसानों को उठा ले जाने पर नाराज लोगों ने जोरदार प्रदर्शन किया और आगर रोड जाम कर दिया। उज्जैन में प्रशासन 2028 के सिंहस्थ महापर्व को देखते हुए स्थायी कुंभ नगरी बनाने के लिए जमीन अधिग्रहण करने की कोशिश में है जबकि ज्यादातर किसान इसके विरोध में हैं। किसान कुंभ के लिए जमीन देने के लिए तैयार हैं पर स्थायी रूप से भूमि विक्रय की मनाही कर रहे हैं। रविवार को रामघाट पर जल सत्याग्रह आयोजित किया गया था लेकिन पुलिस ने आंदोलन को कुचलने के लिए शनिवार रात को ही किसान नेताओं को घर से उठा लिया। इससे प्रदर्शनकारी भड़क उठे।
गुस्साए किसानों ने चक्रतीर्थ श्मशान घाट पर जोरदार नारेबाजी की। उन्होंने पानी में खड़े होकर प्रदर्शन किया। पुलिस की कार्रवाई से नाराज किसानों ने अनाज मंडी के सामने रास्ता जाम कर दिया। किसानों के जल सत्याग्रह की घोषणा को देखते हुए पुलिस ने रामघाट के सभी रास्तों पर बैरिकेडिंग कर दी। इससे आम श्रद्धालु भी रामघाट तक नहीं जा सके।
इससे पहले पुलिस ने शनिवार को देर रात ही कई किसानों को हिरासत में ले लिया। रामघाट पर जल सत्याग्रह का नेतृत्व करने वाले किसानों को घरों से उठा लिया। सोते हुए किसानों को उठा ले जाने पर लोग गुस्सा उठे। किसानों ने इसे पुलिस की बर्बर कार्रवाई बताया।
किसानों ने आगर रोड पर अनाज मंडी के सामने रास्ता रोक कर चक्काजाम कर दिया। सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गईं। प्रदर्शनकारियों को जब पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने समझाने की कोशिश की तो किसानों ने अपने बुजुर्ग साथियों को आधी रात को घर से उठाने को गलत ठहराया। उन्हें छोड़ने पर ही जाम समाप्त करने की शर्त रखी। किसानों को बमुश्किल समझाकर चक्काजाम खत्म करवाया जा सका।
Updated on:
17 Aug 2025 05:47 pm
Published on:
17 Aug 2025 05:34 pm