
डायरिया का खतरा बढ़ा... नालियों की सफाई ठप, 2500 मामले सामने आने के बाद भी लापरवाह पालिका(photo-patrika)
वाराणसी जिले के चिरईगांव ब्लॉक के गिरधरपुर गांव में डायरिया का प्रकोप थम नहीं रहा है। शुक्रवार को डायरिया की चपेट में आने से दो युवतियों की मौत के बाद रविवार को दलित बस्ती में दो और मरीज मिलने से पूरे गांव में दहशत फैल गई।
शनिवार देर रात सुग्गी देवी की सात वर्षीय बेटी परी को अचानक उल्टी-दस्त शुरू हो गए। हालत बिगड़ने पर परिजनों ने 108 एम्बुलेंस की मदद से उसे सीएचसी नरपतपुर में भर्ती कराया। वहीं, रविवार को इसी बस्ती के अशोक कुमार भी डायरिया से पीड़ित हो गए। उनका इलाज पीएचसी चिरईगांव के डॉक्टर संतोष कुमार ने घर पर शुरू कराया।
स्वास्थ्य विभाग की टीम रविवार को गांव पहुंची। डिप्टी सीएमओ डॉ. अमित सिंह, पीएचसी प्रभारी डॉ. मनोज कुमार वर्मा और एक दर्जन से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों ने गांव में शिविर लगाकर जांच की और मरीजों को दवाएं दीं। पीड़ित परिवारों का हालचाल लिया गया और लोगों को साफ-सफाई बनाए रखने, पानी उबालकर पीने और क्लोरीन की गोलियों का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई। डॉ. अमित सिंह ने बताया कि गांव में चारों ओर गंदगी और दूषित पानी ही डायरिया फैलने की बड़ी वजह है। टीम ने हैंडपंपों के पानी के सैंपल लिए, ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया और सभी घरों में क्लोरीन की गोलियां बांटी।
फिलहाल गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार निगरानी कर रही है और संदिग्ध मरीजों की जांच कर रही है।
Published on:
24 Aug 2025 11:00 pm
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