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बाड़मेर

पश्चिमी सीमा के गांवों में विकास का सूर्योदय: बीएसएनएल के 24 मोबाइल टावर लगे

जुम्मा फ़कीर की बस्ती बीओपी (गडरा रोड़ ) में आयोजित कार्यक्रम में डीआइजी बीएसएफ के एम प्रसाद, कमांडेंट रमेश राम, जिला पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र मीणा, बीएसएनएल जोधपुर प्रधान महाप्रबंधक एन राम, गडरारोड एसडीएम सुरेश कुमार, सीमा सुरक्षा बल के अन्य अधिकारी व जवान, सरपंच नरपतराम, ग्रामीण उपस्थित रहे। बीएसएफ 76वी वाहिनी के कमांडेंट सुरेन्द्र सिंह और बीएसएनएल के सहायक महाप्रबंधक के पी परमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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जिले के सीमांत गांवों में शुरू हुए 24 टावर

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को उड़ीसा के झारसुगुड़ा से बीएसएनएल 4 जी स्टेक और डीबीएन के टावर्स का वर्चुअल उद्घाटन किया। टीडीएम बीएसएनएल बाड़मेर एन के नवल ने बताया कि बीएसएनएल अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने पर अपना रजत जयंती समारोह मना रहा है। प्रधानमंत्री ने देश के विभिन्न क्षेत्रों की बीएसएनएल की 92,633 पूर्ण स्वदेशी साइट्स जिसमें 14,180 बीएसएनएल सेचुरेशन साइट्स शामिल हैं, का उद्घाटन किया। 4जी सेचुरेशन प्रोजेक्ट डिजिटल भारत निधि वित्तपोषित है। राज्य स्तरीय कार्यक्रम में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा,केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री भागीरथ चौधरी, बीएसएनएल राजस्थान परिमंडल के मुख्य महाप्रबंधक विक्रम मालवीय उपस्थित रहे।

त्रिका ने चलाया अभिया

सीमावर्ती गांवों में मोबाइल नेटवर्क की समस्या को लेकर पत्रिका ने लगातार समाचार प्रकाशित कर सरकार का ध्यान आकृष्ट किया। पत्रिका में बॉर्डर के गांवों में मोबाइल नही लगता,आपात स्थिति में दौड़ते नेटवर्क के पीछे””यहां संदेश नहीं आते हैं,सभी को बहुत तड़फाते हैं ” “सीमावर्ती ग्राम पंचायतों में नेटवर्क की समस्या””हरलड़ाई में हम साथ देते हैं ,इस लड़ाई में कोई हमारा साथ भी देगा” शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर ग्रामीणों की पीड़ा को प्रमुखता से रखा, पत्रिका अभियान को सार्थकता पर ग्रामीणों ने आभार जताया।

ये मिलेंगे लाभ- मोबाइल टावर लगने से सीमावर्ती क्षेत्र में रहने वाले सभी लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी और अब हाई-स्पीड इंटरनेट और मोबाइल नेटवर्क की सुविधा मिलेगी। बीएसएफ जवानों को अपनी ड्यूटी के दौरान बेहतर संचार सुविधा मिलेगी, जिससे वे अपने काम को और भी प्रभावी ढंग से कर सकेंगे। साथ ही अपने परिवार से बात कर सकेंगे। इससे डिजिटल आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा, और लोगों को नए अवसर मिलेंगे। वहीं आपातसेवाओं के दौरान सूचना तंत्र मजबूत होगा।