Rajasthan क्या आप जानना चाहते हैं कि BSF यानि Border Security Force से रिटायर होने के बाद ऊंटों का क्या होता है। जानिए इस वीडियो में…. बीएसएफ के डीआईजी योगेंद्र सिंह राठौर ने बताया कि 16 साल के बाद ऊंट रिटायर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि रिटायर होने के बाद भी हम उन्हें छोड़ते नहीं हैं वे हमारे साथ ही रहते हैं।
ऊंटों को दिया जाता है ग्रामीणों को गोद (adopt)
सरकार की पॉलिसी के अनुसार हम कोशिश करते हैं कि गांव वाले इन्हें adopt अडोप्ट करें। इस adoption यानि गोद देने की कुछ शर्तें होती हैं। रिटायर इन ऊंटों को ऐसे काम नहीं दिए जाते हैं जो वो नहीं कर सकते क्योंकि उनकी उम्र ज्यादा होती है। इन सब शर्तों को पूरा करने वालों से बांड लिखवाते हैं। सरपंच से लिखवाते हैं। इस शर्त के साथ उन्हें देते है कि हमारे जो वेटरनरी डॉक्टर हैं वे उनको वे चैक करेंगे । उनकी हैल्थ चैक करेंगे।
ऊँट संरक्षण और सेवानिवृत्त ऊँटों का पुनर्वास
बीएसएफ के डीआईजी योगेंद्र सिंह राठौर ने बताया कि हमारे सेक्टर में अभी करीब 60 ऊंटों को अडॉप्ट करवाया गया है। एडाप्ट कराने के बाद भी उन पर हमारी निगरानी रहेगी। हमारे डाक्टर उन्हें चैक करते रहेंगे। ऊँट संरक्षण और सेवानिवृत्त ऊँटों के पुनर्वास के लिए ये सब किया जाता है।