पुलिस द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई में यह बात सामने आई है। जिसके बाद पुलिस ने हाइवे व छैगांवमाखन से खंडवा रूट पर चौकसी बढ़ा दी है। खंडवा जिले से महाराष्ट्र की सीमा लगी हुई है। हाइवे के साथ ही ट्रेन यातायात सबसे बड़ी सुविधा हैं। यहां से उत्तरप्रदेश, बिहार, दिल्ली, मुंबई व पूणे के लिए ट्रेन हैं। खरगोन और बड़वानी में ट्रेन सुविधा नहीं हैं। ऐसे में अवैध रूप से हथियारों की खरीद फरोख्त करने वाले के लिए खंडवा पहली पसंद बना हुआ है। ट्रेन से आकर वे सिकलीगरों तक पहुंचते हैं।
अब तक पुलिस की कार्रवाई
छैगांवमाखन पुलिस ने उत्तरप्रदेश के ग्राम डिकौली जागीर में रहने खजान सिंह से तीन पिस्टल जब्त की। इससे पहले 24 जुलाई को पुलिस ने अवैध हथियार बनाने का जखीरा पकड़ा था। 350 लोहे की बैरल और 297 लोहे के शटर नली तथा एक पिस्टल जब्त की थी। साथ ही तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद 29 सितंबर को सिकलीगर आरोपी मुड्डा सिंह से 9 देशी कट्टे व एक पिस्टल जब्त की थी। इस बीच पुलिस ने सिमी के पूर्व सदस्य से एक देशी पिस्टल जब्त की। इस तरह से लगातार कार्रवाई करते हुए अवैध हथियार पकड़े हैं। छैगांवमाखन पुलिस ने उत्तरप्रदेश के ग्राम डिकौली जागीर में रहने खजान सिंह से तीन पिस्टल जब्त की।
यह गांव अवैध हथियार के लिए कुख्यात
बुरहानुपर जिले का पाचोरी, खरगोन जिले का सिग्नूर, बड़वानी जिले का उमरी, पलसूद के पास उंगली खोदरी और जिला धार का गंधवानी गांव हैं। जहां पर सिकलीगर परिवार अवैध रूप से हथियार बनाने का काम करते हैं। इस तरह से करीब 70 से 80 परिवार इस अवैध काम में लगे हुए हैं।
पुलिस लगातार कर रही कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय ने बताया कि खरगोन से सीधे ट्रेन सुविधा नहीं है। कई बार खंडवा रेलवे स्टेशन से खरगोन व बुरहानपुर जाते हैं। हमारा जो इंटेलिजेंस कनेक्शन है व प्रभारी रहता है। ऐसा कोई थी व्यक्ति हथियारों की खरीद के लिए आता है उस पर कार्रवाई करते हैं। पिछले कुछ समय पहले भी बड़ी मात्रा में अवैध हथियार पकड़े हैं। हम लगातार कार्रवाई कर रहे हैँ।