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त्रयोदशी पर धन वर्षा… शुभ मुहूर्त में हुई धनतेरस की खरीदी, करोड़ों का कारोबार

परपंरा अनुसार खरीदे बर्तन, सोने-चांदी के सिक्के, गहने -सबसे ज्यादा ऑटोमोबाइल सेक्टर में बूम, बर्तन बाजार भी खनका

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खंडवा

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Manish Arora

Oct 19, 2025

अच्छे स्वास्थ्य के लिए भगवान धन्वंतरी के पूजन के साथ ही धन के देवता कुबेर के पूजन सहित खरीदी भी धनतेरस पर शुभ मानी जाती है। शनिवार को धनतेरस पर बाजार में जमकर धन वर्षा हुई। बाजार में आई बूम से दुकानदारों, व्यापारियों के भी चेहरे खिल उठे। एक अनुमान के तौर पर करीब 20 करोड़ का बाजार धनतेरस पर रहा। सबसे ज्यादा बूम ऑटो मोबाइल सेक्टर में रही। करीब 12 से 13 करोड़ की बिक्री बाइक, कार, ट्रैक्टर्स, ई-स्कूटर्स की हुई है। सोने की चमक के साथ चांदी भी खूब दमकी, सराफा में करीब सवा करोड़ के व्यापार का अनुमान है।

धनतेरस पर बाजार में खरीदी के लिए ऐसी भीड़ उमड़ी की प्रमुख बाजारों में पैदल चलने की भी जगह नहीं रही। सुबह से लेकर रात 8 बजे तक बाजार में खासी रौनक रही। सबसे ज्यादा बूम ऑटोमोबाइल सेक्टर में रही। शो-रूम संचालकों के अनुसार एक हजार से ज्यादा बाइक-स्कूटर शनिवार को उठे हैं, लगभग 12 करोड़ का व्यापार रहा। सेठ होंडा के संचालक पलाश सेठी के अनुसार 500 से ज्यादा बाइक उनके विभिन्न आउटलेट से उठी। खंडवा ऑटो मोबाइल्स के राजू कन्नौजे ने बताया उनके यहां दोनों शो-रूम से बजाज की 270 बाइक, ई-स्कूटर्स की बिक्री हुई है। वहीं, तीन-पहिया, चार पहिया वाहनों में भी करीब 3 करोड़ का कारोबार हुआ है।

रियल इस्टेट्स में भी खूब सौदे हुए।
रियल इस्टेट्स में भी करोड़ों के सौदे हुए। बालाजी ग्रुप की कई कॉलोनियों में धनतेरस पर प्लाट बुक हुए। सराफा बाजार में अच्छी बूम रही। सोने की कीमत भले ही 1.32 लाख रुपए रही, लेकिन उसकी चमक कम नहीं हुई। वहीं, लोगों ने शुभ मुहूत में पूजन के लिए परंपरा अनुसार चांदी से बने लक्ष्मीजी, गणेशजी, सरस्वती माता, कुबेर भगवान के सिक्के भी खरीदे। एक अनुमान के मुताबिक सराफा में सवा करोड़ की ग्राहकी रही।

पारंपरिक बर्तनों की ज्यादा मांग रही
इस बार धनतेरस पर पारंपरिक बर्तनों की ज्यादा मांग रही। बर्तन व्यापारी राम वर्मा के अनुसार लोगों ने पीतल के बर्तन ज्यादा खरीदे है। वहीं, पीतल के दीपक और आरती भी लोगों की पहली पसंद रहा। स्टील के बर्तन भी लोगों ने पसंद किए, लेकिन पीतल का दौर एक बार फिर वापस आया है। इसके साथ ही इलेक्ट्रानिक्स, कपड़ा बाजार सहित फूटपाथियां बाजार भी गुलजार रहा। लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा देने के लिए बड़ी संख्या में लोगों ने फूटपाथ से सामग्री खरीदी।