प्राचीन महादेवगढ़ मंदिर में श्रावण पर्यंत चल रहे दिव्य अनुष्ठान का समापन शनिवार श्रावणी पूर्णिमा पर हुआ। महा अनुष्ठान के समापन अवसर पर दो दिवसीय पूर्णाहुति हवन में 10 जोड़ों ने 51 हजार से अधिक आहुतियां यज्ञ में दी। पूर्णाहुति के साथ ही श्रावण मास का अनुष्ठान का समापन हुआ। मंदिर पुजारी पं. अश्विन खेड़े ने बताया कि श्रावण कृष्ण प्रतिपदा से श्रावण शुक्ल पूर्णिमा तक चले अनुष्ठान में मातृशक्तियों ने 1.11 करोड़ पार्थिव शिवलिंग निर्माण, पूजन किया।
अनुष्ठान के अंतर्गत वैदिक ब्राह्मणों द्वारा पूरे माह अखंड ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप किया गया। इस अनुष्ठान के अंतर्गत 3 करोड़ 51 लाख से अधिक ओमकार मंत्र जप ब्राह्मणों द्वारा किया गया। मंदिर संरक्षक अशोक पालीवाल के अनुसार महा अनुष्ठान में एक करोड़ 11 लाख से अधिक शिव पार्थेश्वर भगवान का पूजन अभिषेक किया गया। प्रति दिवस शहर सहित विभिन्न ग्रामों से मातृशक्तियों ने भगवान शिव पार्थेश्वर का पूजन किया।
समापन पर पूर्णाहुति हवन में खीर, हलवा, कमलगट्टे, छबीला, जटामांसी, अगर-तगर, कपूर, काचरी, गुलाब के फूल बिल्व पत्र, बिल्व फल से आहुतियां दी गई। महा अनुष्ठान के मुख्य यजमान कृष्णा चौधरी सिरपुरवाले रहे, जिन्होंने एक महीने तक भगवान का पूजन अभिषेक किया। शनिवार को पूर्णाहुति का हवन में अशोक पालीवाल, अतुल अग्रवाल, मोहन पालीवाल, विनोद अग्रवाल, आशुतोष सोनी, हरीश असवानी, सोनू वाधवानी, विशाल माने, मातृशक्ति अर्चना अग्रवाल, मोना पवार, अणिमा मंडल, भूमि ठाकुर, भाग्यश्री बावने सहित अन्य शिव भक्त उपस्थित रहे।