
ढाका में शुक्रवार को आए भूकंप के बाद का नजारा। (X Handle / @ ABMNasir)
Dhaka Jumma Earthquake Tragedy: ढाका के कसाईटुली इलाके में शुक्रवार सुबह आए तेज भूकंप (Dhaka Jumma Earthquake Tragedy) ने सबको हिला कर रख दिया। केपी घोष स्ट्रीट की एक पुरानी इमारत (Kasaituli Friday Tragedy) की छत की रैलिंग अचानक टूट कर नीचे गिर गई। उस वक्त गली से गुजर रहे तीन राहगीर उसकी चपेट में आ गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस गली में आम दिनों में पैर रखने के लिए भी जगह नहीं होती। दो स्कूल हैं, यहां मशहूर बिस्मिल्लाह कसाई की दुकान है, जहाँ ऊंट का मांस बेचने के लिए लंबी लाइन लगती है। लेकिन आज शुक्रवार होने की वजह से छुट्टी थी, इसलिए सड़क पर भीड़ बहुत कम थी। इसी वजह से बड़ा हादसा (Bangladesh Earthquake 2025) टल गया।
दुकान मालिक नयन अहमद ने बताया, “मेरे यहाँ 20 लोग काम करते हैं। यहां हमेशा ग्राहकों की लाइन लगी रहती है। आज दुकान पर मोटा तिरपाल लगा हुआ था, ऊपर से जो मलबा गिरा वो तिरपाल पर रुक गया। सिर्फ एक लड़के को हल्की चोट आई, बाकी सभी लोग बच गए।”
उस वक्त दुकान में मौजूद पड़ोस के दुकानदार मोहम्मद अली अदनान ने बताया, “भूकंप आया तो मेरा भाई गिर पड़ा। मैं उसे उठा ही रहा था कि जोर की आवाज आई। बाहर दौड़ कर देखा तो तीन लोगों पर रैलिंग गिर चुकी थी। सब कुछ खत्म हो चुका था।”
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह इमारत 20-25 साल पुरानी है। चार साल पहले इसमें दो मंजिलें और बढ़ाई गई थीं। गनीमत है कि ऊपर बनी नई बालकनी की रैलिंग ही टूट कर गिरी।
मासूमा अख्तर नाम की एक महिला ने राहत की सांस लेते हुए कहा, “जुमे की वजह से ही जान बची। वरना यहाँ हर समय 100-200 लोग रहते हैं। अल्लाह ने बड़ा हादसा टाल दिया।” घटना के बाद पुलिस ने पूरा इलाका घेर लिया। सेना भी पहुंच गई, लेकिन लोग बार-बार इकट्ठे हो रहे थे। जमीन पर अभी भी खून के धब्बे दिखाई दे रहे थे।
इस इलाके में दहशत का माहौल है। लोग एक-दूसरे को सांत्वना दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर बिस्मिल्लाह कसाई की दुकान के पुराने वीडियो फिर से वायरल हो रहे हैं, साथ ही लोग लिख रहे हैं – “आज शुक्रवार ने सचमुच जान बचाई।”
बहरहाल यहां अब प्रशासन पुरानी इमारतों की जांच करेगा। कसाईटुली और आसपास की कई इमारतों में अवैध मंजिलें कनेक्ट की गई हैं, उनकी सुरक्षा जाँच शुरू हो सकती है। यह हादसा एक बार फिर बांग्लादेश में पुराने और अवैध निर्माण की गंभीर समस्या सामने ला रहा है। भूकंप आने पर सबसे पहले ऐसी इमारतें ही मौत का कारण बनती हैं।
Published on:
21 Nov 2025 08:00 pm
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