गाजा में 22 महीनों से जारी जंग जल्द ही खत्म हो सकती है। हमास (Hamas) सीजफायर को लेकर मान गया है। कतर और मिस्त्र की ओर से पेश किए गए युद्धविराम प्रस्ताव पर हमास ने हामी भर दी है। अब इस पर फैसला इजरायल को करना है। 7 अक्टूबर 2023 से शुरू हुए संघर्ष में अब तक 62 हजार से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, इनमें अधिकतर महिलाएं व बच्चे हैं। वहीं, गाजा में लोगों को खाद्यान संकट का सामना भी करना पड़ रहा है।
हमास ने कहा कि उसने अरब देशों की ओर से पेश किए गए युद्धविराम प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। मालूम हो कि पिछले महीने
सीजफायर पर बात नहीं बनने के बाद इजरायल ने गाजा सिटी के घनी आबादी वाले इलाकों पर जोरदार हमला किया। साथ ही, गाजा को फिर से अपने कब्जे में लेने की योजना बनाई। इससे हालात और बिगड़ गए।
वहीं, इजरायल पर जल्द से जल्द सैन्य कार्रवाई रोकने को लेकर दवाब बनाया जा रहा है। इजरायल में भी बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए। इसमें बंधकों की सुरक्षित रिहाई की मांग की गई, लेकिन हमास को लेकर इजरायल का रुख अभी भी सख्त है। वैश्विक दवाब के बावजूद इजरायल सैन्य कार्रवाई रोकने को तैयार नहीं है।
इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि युद्ध तब तक जारी रहेगा, जब तक सभी बंधक रिहा नहीं हो जाते और हमास को पूरी तरह कमजोर नहीं कर दिया जाता, जबकि हमास का कहना है कि वह बंधकों को तभी रिहा करेगा, जब इजरायल पूर्ण व स्थायी युद्धविराम की घोषणा करेगा और अपनी सेना को गाजा से वापस लेने पर सहमत होगा।
दक्षिणपंथी गुट के नेता व राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री बेन-ग्विर ने कहा कि पीएम नेतन्याहू, मैं आपको संक्षेप और आसान भाषा में कहना चाहता हूं कि आपके पास आंशिक समझौता का जनादेश नहीं है। हमें हमास को पूरी तरह से खत्म करने पर आगे बढ़ना होगा। बता दें कि ग्विर फिर से नेतन्याहू की सरकार में शामिल हुए हैं। ब्लू एंड व्हाइट पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज़ ने कहा कि सरकार के पास बंधकों को वापस लाने का पूरा तंत्र है। यह इजराइल के लोगों और देश की सुरक्षा के लिए सही निर्णय लेने का समय है।
Published on:
19 Aug 2025 11:45 am