जून में इज़रायल (Israel) और ईरान (Iran) के बीच 12 दिन तक चले युद्ध में ईरान को काफी नुकसान हुआ। जान-माल के भारी नुकसान के बाद ईरान में पुलिस और अन्य फोर्सेज़ अलर्ट हो गई। इज़रायल को इस युद्ध में मिली कामयाबी के पीछे उसके जासूसी नेटवर्क का भी बड़ा हाथ था, जिसकी कीमत ईरान को चुकानी पड़ी। ऐसे में युद्ध के खत्म होने के बाद से ही ईरान में जासूसों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
जानकारी के अनुसार युद्ध के बाद से अब तक ईरान में करीब 21 हज़ार लोगों को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार करके जेल में डाला गया है। ईरान की पुलिस और अन्य फोर्सेज़ खुफिया जानकारी और लोगों से पूछताछ के आधार पर जगह-जगह छापेमारी मार रही हैं और जासूसी के आरोप में संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार कर रही हैं।
ईरान में इज़रायल (Israel) और अमेरिका (United States Of America) के लिए जासूसी करने के आरोप में लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है। अब तक ईरान में दुश्मन जासूसों के खिलाफ चलाया गया यह सबसे बड़ा अभियान है। इनमें आम नागरिक, वैज्ञानिक, डॉक्टर्स, इंजीनियर्स, परमाणु एक्सपर्ट्स जैसे लोग भी शामिल हैं।
ईरान ने पिछले कुछ दिनों में जासूस के आरोप में 7 लोगों को फांसी दी है। इन्हें इज़रायल के लिए जासूसी के आरोप में फांसी दी गई। इनमें ईरान के एक परमाणु वैज्ञानिक रूजबेह वादी भी शामिल हैं।
Published on:
15 Aug 2025 10:44 am