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पुतिन-ट्रंप की मुलाकात से पहले ज़ेलेन्स्की का बयान आया सामने, कहा – “यूक्रेन के बिना फैसला लेने से नहीं होगी शांति”

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अगले हफ्ते मुलाकात होने वाली है। इस बारे में अब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेन्स्की की प्रतिक्रिया भी सामने आ गई है।

भारत

Tanay Mishra

Aug 09, 2025

Donald Trump, Volodymyr Zelenskyy and Vladimir Putin
Donald Trump, Volodymyr Zelenskyy and Vladimir Putin (Image: Patrika)

रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) और अमेरिका (United States Of America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के बीच मुलाकात तय हो गई है। दोनों नेता 15 अगस्त को अमेरिका के अलास्का में मुलाकात करेंगे। इस बारे में खुद ट्रंप ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी। काफी समय से दोनों के बीच इस मुलाकात का लोग इंतज़ार कर रहे थे। जब से ट्रंप ने दूसरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति का कार्यभार संभाला है, तभी इस इस मुलाकात की तारीफ और समय तय करने की कोशिश की जा रही थी और अब दोनों ही तय हो गए हैं। इसी बीच यूक्रेन (Ukraine) के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेन्स्की (Volodymyr Zelenskyy) ने भी आगामी पुतिन-ट्रंप मुलाकात पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है।

"यूक्रेन के बिना फैसला लेने से नहीं होगी शांति"

अलास्का में 15 अगस्त को पुतिन और ट्रंप के बीच होने वाली मुलाकात से पहले ज़ेलेन्स्की ने इस बारे में बड़ी बात कही है। ज़ेलेन्स्की ने कहा, "पुतिन और ट्रंप की मुलाकात में यूक्रेन के बिना फैसला लेने से रूस और यूक्रेन के बीच शांति नहीं होगी।" गौरतलब है कि पुतिन और ट्रंप की इस मुलाकात के लिए ज़ेलेन्स्की को नहीं बुलाया गया है और अब उनकी प्रतिक्रिया से लगता है उन्होंने आमंत्रण न मिलने की वजह से वह पुतिन और ट्रंप की आगामी मुलाकात से खुश नहीं हैं।

अपनी ज़मीन नहीं देंगे

ज़ेलेन्स्की ने पुतिन और ट्रंप की मुलाकात से पहले ही इसे खारिज कर दिया है। साथ ही ज़ेलेन्स्की ने यह भी साफ कर दिया है कि दोनों के बीच चाहे जो भी बातचीत हो, वह अपनी ज़मीन नहीं देंगे। गौरतलब है कि रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकने के लिए पुतिन ने जो शर्तें रखी हैं, उनमें यूक्रेन को नाटो में शामिल न करने के साथ ही चार यूक्रेनी इलाकों को रूस में मिलाना भी शामिल है। पुतिन चाहते हैं कि खेरसन, डोनेत्स्क, लुहांस्क और ज़ापोरिज़िया पर से यूक्रेन अपना हक त्याग दे।