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जेलेंस्की के मंसूबे पर फेर दिया पानी, ट्रंप के मास्टरस्ट्रोक से पुतिन हो जाएंगे खुश

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के मंसूबे पर पानी फेर दिया है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन को नाटो में शामिल होने का मंसूबा छोड़ देना चाहिए। जानिए उन्होंने आगे क्या कहा?

Alaska Summit (Photo: White House)
Alaska Summit (Image: White House)

Trump Zelensky Meeting: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) ने कहा कि यूक्रेन (Ukraine) को नाटो (NATO) में शामिल होने का ख्वाब छोड़ देना चाहिए। उन्होंने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Ukrainian President Volodymyr Zelensky) से मुलाकात से पहले कहा कि अगर कीव रूस के साथ युद्ध को समाप्त करना चाहता है, तो उसे नाटो में शामिल होने की अपनी आकांक्षाओं को त्याग देना चाहिए, जो कि मास्को द्वारा लंबे समय से उठाई जा रही मांग है। पुतिन की भी यही मंशा है कि यूक्रेन नाटो में शामिल न हो।

यूक्रेन पर शांति समझौता का दवाब

उन्होंने यूक्रेन पर शांति समझौते को स्वीकार करने का दवाब भी डाला है। साथ ही कहा कि अगर कुछ सहूलियत दी जाए तो तीन साल से ज्यादा समय से चल रहे इस युद्ध को तुरंत समाप्त किया जा सकता है। ट्रंप ने ट्रूथ सोशल पर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के 2014 के कार्यकाल के दौरान रूस द्वारा क्रीमिया पर कब्ज़ा करने का भी हवाला दिया। ट्रंप ने कहा कि जेलेंस्की चाहें तो रूस के साथ जंग तुरंत समाप्त कर सकते हैं, या फिर एक लंबी लड़ाई जारी रख सकते हैं। लेकिन उन्हें याद रखना चाहिए कि इसकी शुरुआत कैसे हुई थी।

यूरोप के बड़े नेता रहेंगे मौजूद

आज यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ यूरोप के बड़े नेता व नाटो और EU प्रमुख भी वाशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि जेलेंस्की के साथ बैठक में ट्रंप यूक्रेनी राष्ट्रपति पर रूस के साथ शांति समझौता करने के लिए अपने डोनबास इलाके छोड़ने पर दबाव बना सकते हैं। ऐसे में करीब साढ़े तीन साल से यूक्रेन के साथ खड़े यूरोपीय नेता ट्रंप के सामने एकजुट होकर जेलेंस्की का पक्ष मजबूती से रखने के लिए वाशिंगटन पहुंच रहे हैं।

ट्रंप ने समिट के बाद की थी जेलेंस्की से बात

गौरतलब बात है कि अलास्का समिट के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से बातचीत की थी। ट्रंप ने इस मौके पर जेलेंस्की को अमेरिका-रूस शिखर सम्मेलन का ब्यौरा दिया था। वहीं, यूक्रेन को कुछ इलाकों को छोड़ने की बात भी हुई थी। इस पर जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन बिना संवैधानिक बदलाव के अपनी जमीन नहीं छोड़ सकता है। उन्होंने कहा कि डोनेट्स्क के प्रमुख शहरों जैसे स्लोवियान्स्क और क्रामाटोर्स्क रणनीतिक रूप से संवेदनशील हैं, जो रूस के आगे बढ़ने को रोकते हैं।

उन्होंने यूक्रेन की सुरक्षा गारंटी पर भी जोर दिया, ताकि भविष्य में रूस उस पर कोई भी आक्रमण न करे। जेलेंस्की ने कहा कि हम यूक्रेन के लिए एक स्थायी शांति चाहते हैं, न कि रूसी आक्रमण के बीच एक और ठहराव। वहीं, मीडिया से बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा था कि यूक्रेन को रूस के साथ शांति समझौते पर सहमत होना चाहिए। रूस एक बड़ा सैन्य शक्ति है। यूक्रेन उसके सामने कुछ भी नहीं है।

डोनेटस्क पर है रूस का नियंत्रण

डोनेटस्क रीजन में 2014 से काफी हद तक रूस के नियंत्रण में है। साल 2022 में शुरू हुए युद्ध के बाद रूस का यूक्रेन की 20 फीसदी हिस्से पर कब्जा है। रूस का डोनेट्स्क प्रांत पर पूरी तरह से नियंत्रण हैं। माना जाता है कि यूक्रेन के इस इलाके में रूसी मूल के लोगों की आबादी बहुतायत में है। ट्रंप ने कहा कि वह और पुतिन इस बात पर सहमत हैं कि किसी भी शांति समझौते को बिना पूर्व युद्धविराम के आगे बढ़ना चाहिए, जो यूक्रेन और उसके यूरोपीय सहयोगियों की लंबे समय से मांग है। ट्रंप ने ट्रूथ सोशल पर लिखा कि सभी ने तय किया कि रूस और यूक्रेन के बीच भयावह युद्ध को समाप्त करने का सबसे अच्छा तरीका एक शांति समझौता है, न कि महज युद्धविराम, जो अक्सर टिकता नहीं है।