Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

शुरुआती शिक्षा का हिस्सा हो मस्तिष्क स्वास्थ्य का बुनियादी ज्ञान

कुलपति डॉ. बसवनगौडप्पा एच. ने कहा कि देश में संसाधनों की उपलब्धता के बावजूद, न्यूरो हेल्थ केयर Neuro Health Care के लिए कई हाई-एंड उपकरण विदेशों से आयात किए जाते हैं, इसलिए स्वनिर्माण और नवाचार बढ़ाने की आवश्यकता है।

less than 1 minute read
Google source verification

जेएसएस कॉलेज ऑफ फार्मेसी में सोमवार से तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 'सस्टेनेबल ब्रेन हेल्थ: एडवांसेस इन न्यूरो केमिस्ट्री एंड न्यूरो फार्माकोलॉजी' की शुरुआत हुई। यह कार्यक्रम सोसाइटी फॉर न्यूरो केमिस्ट्री इंडिया (एसएनसीआइ) की 39वीं वार्षिक बैठक के साथ आयोजित किया जा रहा है।

जेएसएस कॉलेज के कुलपति डॉ. बसवनगौडप्पा एच. ने कहा कि देश में संसाधनों की उपलब्धता के बावजूद, न्यूरो हेल्थ केयर Neuro Health Care के लिए कई हाई-एंड उपकरण विदेशों से आयात किए जाते हैं, इसलिए स्वनिर्माण और नवाचार बढ़ाने की आवश्यकता है।

मुख्य अतिथि व पांडिचेरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. प्रकाश बाबू ने कहा कि मस्तिष्क स्वास्थ्य Brain Health का बुनियादी ज्ञान शुरुआती शिक्षा का हिस्सा होना चाहिए।मुख्य सत्रों में न्यूरो डीजेनरेशन, न्यूरो इन्फ्लेमेशन, न्यूरोइम्यूनोलॉजी, सब्सटेंस-यूज डिसऑर्डर्स, गट-ब्रेन एक्सिस और भारतीय पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों की न्यूरोप्रोटेक्टिव क्षमता पर चर्चा हुई। सम्मेलन में ब्रेन, बिहेवियर एंड क्लिनिकल न्यूरोसाइंस रिसर्च सेंटर का शुभारंभ भी हुआ। सम्मेलन में भारत और विदेशों के प्रमुख न्यूरोसाइंटिस्ट, शोधकर्ता और उद्योग विशेषज्ञ शामिल हुए।