
Barabanki Accident: रात करीब 10 बजे का वक्त था। कस्बे के बाहर सड़कें सुनसान थीं। तभी एक तेज धमाके जैसी आवाज ने पूरे इलाके का सन्नाटा तोड़ दिया। लोग घरों से बाहर निकले तो सामने ऐसा मंजर था, जिसे देखकर हर किसी की रूह कांप उठी। सड़क के किनारे कार पूरी तरह मलबे में बदल चुकी थी। लोहे के टुकड़े बिखरे पड़े थे, शीशे के कण चमक रहे थे, और बीच में फंसी थी एक सफेद कार, जिसमें पूरा परिवार दबा था।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। स्थानीय लोग लोहे की सरिया से दरवाजे और शीशे तोड़कर शवों को निकालने लगे। किसी का हाथ दबा था, किसी की सांसें टूट चुकी थीं।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, कार और ट्रक की टक्कर इतनी भीषण थी कि चीखने की भी मोहलत नहीं मिली। कार में सवार आठ लोगों में से छह की मौके पर मौत हो गई, जबकि 2 ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। गाड़ी में आगे बैठे लोग सीट से चिपके मिले। उनके शवों को टुकड़ों में निकाला गया।
मिली जानकारी के अनुसार, अर्टिगा कार सवार परिवार किसी रिश्तेदारी से लौट रहा था। रास्ते में सामने से आ रहे ट्रक ने अचानक मोड़ पर टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के अगले हिस्से के परखचे उड़ गए और 14 फीट लंबी गाड़ी सिमटकर करीब 7 फीट की रह गई। तेज धमाके जैसी आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर दौड़े तो मंजर देख उनके होश उड़ गए। कई शव कार की सीटों से चिपक गए थे।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और राहत दल मौके पर पहुंचा। स्थानीय लोगों की मदद से कार को गैस कटर से काटकर शवों और घायलों को बाहर निकाला गया। हादसे में ज्वेलर्स प्रदीप सोनी (60), उनकी पत्नी माधुरी (55), बेटे नितिन (35) और नैमिष (15), चालक श्रीकांत शुक्ला (50) और उनके परिचित बालाजी मिश्रा (55) की मौत हो गई। वहीं, इंद्र कुमार (50) और विष्णु (15) की इलाज के दौरान मौत हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि टक्कर के वक्त इतनी तेज आवाज हुई जैसे कोई बम विस्फोट हुआ हो। ट्रक की गति काफी तेज थी और कार चालक के पास संभलने का मौका नहीं था। टक्कर के बाद कार का अगला हिस्सा पूरी तरह ट्रक के नीचे जा धंसा। पुलिस ने क्रेन और जेसीबी की मदद से कार को अलग कराया। ट्रक को जब्त कर लिया है। फिलहाल दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है।
Updated on:
04 Nov 2025 11:06 am
Published on:
04 Nov 2025 08:40 am
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