
पत्रिका फाइल फोटो
Anta By-election: राजस्थान की अंता विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में रिकॉर्ड तोड़ मतदान के बाद अब निगाहें 14 नवंबर को घोषित होने वाले परिणामों पर टिकी हैं। 11 नवंबर को संपन्न मतदान में 80.21 प्रतिशत बंपर वोटिंग दर्ज की गई है। शांतिपूर्ण मतदान प्रक्रिया के बाद ईवीएम मशीनों को स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखा गया है, जहां चौबीसों घंटे कड़ी निगरानी की जा रही है।
जिला निर्वाचन अधिकारी रोहिताश्व सिंह तोमर के नेतृत्व में सुरक्षा व्यवस्था को अभेद्य बनाया गया है, ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी की गुंजाइश न रहे।
उपचुनाव में कांग्रेस, भाजपा और निर्दलीय उम्मीदवारों के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला है। कुल 15 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो चुका है। मतगणना प्रक्रिया 14 नवंबर को सुबह से शुरू होगी और इसे 20 राउंड में पूरा किया जाएगा। प्रत्येक राउंड के लिए 14 टेबल लगाई जाएंगी, जिससे प्रक्रिया पारदर्शी और व्यवस्थित रहे। सबसे पहले पोस्टल बैलट की गिनती होगी, उसके बाद ईवीएम के वोटों की बारी आएगी। तोमर ने बताया कि मतगणना राजकीय पीजी महाविद्यालय के सेमिनार हॉल में आयोजित की जाएगी।
ईवीएम की सुरक्षा को लेकर कोई कोताही नहीं बरती जा रही है। स्ट्रांग रूम पर 24 घंटे सीसीटीवी कैमरों से निरंतर निगरानी की जा रही है। केंद्रीय पुलिस बल (सीएपीएफ) की टुकड़ियां और स्थानीय पुलिस की भारी संख्या में तैनाती की गई है। तीन लेयर सिक्योरिटी सिस्टम अपनाया गया है, जिसमें बाहरी घेरे में स्थानीय पुलिस, मध्य घेरे में राज्य सशस्त्र बल और आंतरिक घेरे में केंद्रीय बल तैनात हैं।
स्ट्रॉंग रूम के प्रवेश द्वार पर डबल लॉक सिस्टम है और चाबियां संबंधित अधिकारियों के पास सुरक्षित हैं। बुधवार को जिला निर्वाचन अधिकारी रोहिताश्व सिंह तोमर ने खुद कॉलेज पहुंचकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और संतोष जताया। मतगणना हॉल में भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जो पूरी प्रक्रिया को रिकॉर्ड करेंगे। उम्मीदवारों के एजेंटों को भी निगरानी की अनुमति दी जाएगी, लेकिन सख्त नियमों के तहत।
अंता उपचुनाव में कुल 2 लाख 28 हजार 264 पंजीकृत मतदाताओं में से 1 लाख 83 हजार 99 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। पुरुष मतदाताओं की भागीदारी 82.32 प्रतिशत, महिलाओं की 78 प्रतिशत और थर्ड जेंडर की 75 प्रतिशत रही। कुल 268 मतदान केंद्रों पर वोटिंग हुई, जिनमें से 15 केंद्रों पर 90 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया। सर्वाधिक मतदान राजकीय प्राथमिक विद्यालय (राप्रावि) देवपुरा में 95.24 प्रतिशत रहा, जबकि सबसे कम राप्रावि सांकली में मात्र 0.14 प्रतिशत।
इस दौरान दिव्यांगजन मतदाताओं ने भी उत्साह दिखाया। कुल 2111 दिव्यांग मतदाताओं में से 1929 ने वोट डाले, जो 91.38 प्रतिशत है। मतदान केंद्रों पर व्हीलचेयर, रैंप और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं।
यह उपचुनाव कांग्रेस और भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। निर्दलीय उम्मीदवारों की मौजूदगी ने मुकाबले को रोचक बना दिया है। मतदान के दौरान किसी तरह की हिंसा या अनियमितता की शिकायत नहीं आई है। 14 नवंबर को मतगणना के बाद विजेता का ऐलान होगा। निर्वाचन विभाग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। मतगणना स्थल पर मीडिया और पर्यवेक्षकों की टीम भी मौजूद रहेगी। यह उपचुनाव न केवल स्थानीय मुद्दों पर बल्कि राज्य स्तर की राजनीति पर भी असर डालेगा।
Published on:
13 Nov 2025 12:02 pm
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