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टाइम कोचिंग पर ठगी के आरोप: छात्रों से ली लाखों की फीस, पढ़ाई कराई नहीं, एसएसपी तक पहुंचा मामला, फिर हुआ ये

शहर के डीडीपुरम चौराहा स्थित टाइम कोचिंग संस्थान पर एक अभिभावक ने गंभीर आरोप लगाए हैं। अभिभावक का कहना है कि कोचिंग संचालक वरुण पांडे ने शिक्षण कार्य बंद होने के बावजूद 50 हजार रुपये फीस वापस नहीं की।

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बरेली। शहर के डीडीपुरम चौराहा स्थित टाइम कोचिंग संस्थान पर एक अभिभावक ने गंभीर आरोप लगाए हैं। अभिभावक का कहना है कि कोचिंग संचालक वरुण पांडे ने शिक्षण कार्य बंद होने के बावजूद 50 हजार रुपये फीस वापस नहीं की। पीड़ित ने एसएसपी अनुराग आर्य से शिकायत की, जिसके बाद एसएसपी के आदेश पर प्रेमनगर पुलिस ने संचालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

जानकारी के अनुसार, प्रेमनगर के बानखाना निवासी आशीष गुप्ता ने बताया कि उनके पुत्र शिवांश गुप्ता ने आईपीएम परीक्षा की तैयारी के लिए टाइम कोचिंग, राजेंद्र नगर डीडीपुरम चौराहा शाखा में दाखिला लिया था। कोर्स की निर्धारित फीस 42 हजार रुपये और अप्लाइड मैथ्स विषय के लिए 8 हजार रुपये मिलाकर कुल 50 हजार रुपये कोचिंग संचालक को दिए गए थे।

अभिभावक के अनुसार, शुरुआत में कोचिंग में हफ्ते में मात्र दो दिन ही क्लास लगीं। इसके बाद संचालक ने अवध प्लाजा के पीछे नए सेंटर के निर्माण कार्य का हवाला देकर कक्षाएं पूरी तरह बंद कर दीं। इस वजह से छात्र की पढ़ाई पूरी तरह ठप हो गई और उसका शैक्षणिक नुकसान हुआ। आशीष गुप्ता का कहना है कि उन्होंने कई बार कोचिंग की काउंसलर सिमरन कौर और संचालक वरुण पांडे से मुलाकात कर कक्षाएं शुरू करने या फीस लौटाने की मांग की, मगर बार-बार केवल झूठे आश्वासन दिए गए। बाद में संचालक मिलने से भी कतराने लगे।

शिकायत के बाद प्रेमनगर थाना पुलिस ने संचालक को कई बार बुलाया, लेकिन वे पेश नहीं हुए। 30 अक्टूबर को वरुण पांडे कुछ कागजात लेकर थाने पहुंचे, मगर अपना पक्ष स्पष्ट नहीं रख सके और फीस लौटाने से इनकार कर दिया। अभिभावक का आरोप है कि टाइम जैसे बड़े ब्रांड की फ्रेंचाइजी लेकर संचालक छात्रों और अभिभावकों से ठगी कर रहे हैं। कई अन्य अभिभावकों ने भी संस्थान की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। अब पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।