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टेस्टिंग की चूक से जला ट्रांसफॉर्मर: मध्यांचल में दो अभियंता निलंबित, पश्चिमांचल में हुई नई पोस्टिंग

पावर कॉरपोरेशन में जिम्मेदारियों की अनदेखी महंगी पड़ गई। चेयरमैन आशीष गोयल ने जहां कुछ अधिशासी अभियंताओं को पदोन्नत कर अधीक्षण अभियंता बनाया है, वहीं गंभीर लापरवाही सामने आने पर दो अधिशासी अभियंताओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित भी कर दिया गया।

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बरेली। पावर कॉरपोरेशन में जिम्मेदारियों की अनदेखी महंगी पड़ गई। चेयरमैन आशीष गोयल ने जहां कुछ अधिशासी अभियंताओं को पदोन्नत कर अधीक्षण अभियंता बनाया है, वहीं गंभीर लापरवाही सामने आने पर दो अधिशासी अभियंताओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित भी कर दिया गया। बरेली में तैनात अधिशासी अभियंता सत्येंद्र कुमार चौहान का प्रमोशन हुआ है। उन्हें अधीक्षण अभियंता बनाकर पश्चिमांचल में तैनाती दी गई है।

उधर मध्यांचल विद्युत वितरण निगम की प्रबन्ध निदेशक रिया केजरीवाल ने पीलीभीत में तैनात अधिशासी अभियंता पंकज भारती (वितरण) और चंद्रभान (परीक्षण) को कठोर कदम उठाते हुए निलंबित कर दिया। आरोप है कि 1 नवंबर की सुबह करीब 3:15 बजे 132 केवी पीलीभीत यार्ड में लगा 8 एमवीए पावर ट्रांसफॉर्मर आग लगने से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। मामला गंभीर माना गया क्योंकि यह हादसा रोकने के पर्याप्त तकनीकी उपाय उपलब्ध थे, पर समय पर क्रियान्वयन नहीं हुआ।

मुख्य अभियंता बरेली जोन-2 राघवेंद्र ने बताया कि 33/11 केवी उपकेंद्र रूद्रपुर कृपा की 11 केवी इनकमिंग वीसीबी में विस्फोट के बाद केबल फाल्ट हुआ था। इसके मात्र 6 मिलीसेकंड बाद 33 केवी ब्रेकर को ट्रिप हो जाना चाहिए था। लेकिन नियमित टेस्टिंग न होने और ब्रेकर के समय पर न ट्रिप करने से केबल ज्वाइंट में फ्लैशओवर हो गया। नीचे गिरे तेल में आग फैलने से पूरा ट्रांसफॉर्मर जल उठा।

जांच में साफ हुआ कि ट्रांसफॉर्मर रखरखाव और ब्रेकर टेस्टिंग की जिम्मेदारी संबंधित अधिशासी अभियंताओं की थी, लेकिन न तो उन्होंने समय से टेस्टिंग कराई और न ही पारेषण विभाग से समन्वय। प्रथमदृष्ट्या दोषी पाए जाने पर दोनों को निलंबित कर अयोध्या क्षेत्र से संबद्ध किया गया है। अभी नई तैनाती तय नहीं हुई है। इस प्रकरण में उपखंड अधिकारी हरि ओम एवं अवर अभियंता जयपाल सिंह पर भी अलग से सख्त विभागीय कार्रवाई की जा रही है।