
demo pic
mp news: मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में एक बेटे ने पिता की जान बचाने के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी और करीब 10 मिनट तक भालुओं से संघर्ष किया। आखिरकार उसका संघर्ष काम आया और भालू भाग गए। हालांकि भालुओं के हमले में पिता-पुत्र दोनों ही घायल हुए हैं जिसके कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लेकिन अगर बेटा हिम्मत नहीं करता तो भालू पिता की जान ले लेते। घटना बैतूल जिले के सालईढाना गांव की है।
बैतूल जिले के भैंसदेही थाना क्षेत्र के सालईढाना गांव में खेत में मक्का तोड़ रहे पिता-पुत्र पर दो भालुओं ने हमला कर दिया। बेटे ने हिम्मत दिखाते हुए काफी देर तक संघर्ष किया और अपने पिता की जान बचा ली। जानकारी के मुताबिक कालिया मावसकर (45) अपने खेत में मक्का तोड़ रहे थे। तभी पास के जंगल से एक मादा भालू अपने बच्चे के साथ खेत में घुस आई और कालिया पर हमला कर दिया। पास ही काम कर रहा बेटा प्रदीप मावसकर (21) दौड़कर पहुंचा और लकड़ी से भालू पर वार करने लगा। पिता को बचाने के प्रयास में भालुओं ने प्रदीप पर भी हमला कर दिया। प्रदीप और भालुओं के बीच लगभग दस मिनट तक संघर्ष चला।
बेटे प्रदीप ने किसी तरह पिता को भालुओं से छुड़ाया। इस दौरान पिता कालिया की कमर के नीचे गहरे घाव आए, जबकि प्रदीप के शरीर पर पंजों के निशान और सूजन पाई गई है। दोनों की चीख-पुकार सुनकर आसपास के किसान मौके पर पहुंचे और उन्हें भालुओं से अलग किया। ग्रामीणों की मदद से दोनों को भैंसदेही अस्पताल ले जाया गया, जहां से गंभीर हालत में उन्हें बैतूल जिला चिकित्सालय रेफर किया गया। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत है।
Published on:
14 Nov 2025 09:02 pm
बड़ी खबरें
View Allबेतुल
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
