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बच्चों को नहीं मिल रहा दूध, डेयरियों से नहीं हुई दूध पाउडर की आपूर्ति

पन्नाधाय बाल गोपाल योजना आरसीडीएफ को 14 अक्टूबर को दिए गए थे आदेश, अब तक कई जिलों तक नहीं पहुंचा दूध पाउडर

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Children are not getting milk, dairies are not supplying milk powder.

Children are not getting milk, dairies are not supplying milk powder.

राज्य सरकार की पन्नाधाय बाल गोपाल योजना के तहत विद्यार्थियों को अभी तक दूध पाउडर नहीं मिल पाया है। इसका मुख्य कारण प्रदेश के विद्यालयों तक सरस डेयरियों से दध पाउडर की आपूर्ति नहीं होना है। जबकि राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन (आरसीडीएफ) को 14 अक्टूबर को ही आपूर्ति के आदेश जारी किए जा चुके हैँ।

लक्ष्य था पोषण और उपस्थिति बढ़ाना, पर योजना अटकी

इस योजना का उद्देश्य विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराना, कुपोषण की रोकथाम करना तथा विद्यालयों में नामांकन और उपस्थिति में वृद्धि सुनिश्चित करना है। विभागीय आदेशों के अनुसार जिलेवार दूध पाउडर का आवंटन भी किया जा चुका है, लेकिन आपूर्ति प्रक्रिया अपेक्षित गति से नहीं चल रही है। प्रदेश के कई जिलों में विद्यालय स्तर तक दूध पाउडर पहुंचाने का कार्य प्रारंभ ही नहीं हुआ है, जिससे बच्चों को नियत दिवसों पर दूध नहीं मिल पा रहा।

14 अक्टूबर को हुए थे आदेश, पर फंसी आपूर्ति

राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन (आरसीडीएफ) को शिक्षा विभाग की ओर से 14 अक्टूबर को ही दूध पाउडर आपूर्ति के निर्देश जारी कर दिए गए थे। इसके बावजूद अब तक कई जिलों में वितरण प्रारंभ नहीं हुआ है। अधिकारियों का कहना है कि परिवहन, भंडारण और वितरण व्यवस्था की धीमी प्रक्रिया के कारण आपूर्ति में विलंब हो रहा है।

मिड डे मील आयुक्त ने लिखा पत्र

मिड डे मील योजना के आयुक्त विश्व मोहन शर्मा ने आरसीडीएफ के प्रबंध निदेशक को पत्र लिखकर विद्यालयों में दूध पाउडर की समयबद्ध और नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। पत्र में कहा गया है कि आपूर्ति चक्र को त्वरित और सुचारू बनाया जाए। इसके लिए परिवहन, भंडारण एवं वितरण संबंधी व्यवस्थाओं को सुदृढ़ किया जाए। साथ ही, आपूर्ति से पूर्व संबंधित जिले के जिला शिक्षा अधिकारी और मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को पूर्व सूचना दी जाए ताकि विद्यालय स्तर पर तैयारी की जा सके।

मुख्यमंत्री कार्यालय से मिले निर्देश

मुख्यमंत्री कार्यालय से भी स्पष्ट निर्देश हैं कि विद्यालयों में दूध पाउडर की आपूर्ति समयबद्ध, सतत और गुणवत्ता के अनुरूप हो। आपूर्ति में किसी भी प्रकार की देरी से योजना के लक्ष्यों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए विभागीय स्तर पर विशेष सतर्कता और निगरानी रखने को कहा गया है।

लक्ष्य: हर बच्चे को पौष्टिक दूध

आयुक्त शर्मा ने कहा कि राज्य के प्रत्येक जिले में विद्यालय स्तर तक दूध पाउडर की सतत और समय पर आपूर्ति सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है, ताकि विद्यार्थियों को नियत दिवसों पर दूध उपलब्ध कराया जा सके और योजना की प्रभावशीलता बनी रहे।