Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

एमपी में IAS अफसर ने ‘शादी’ में मांगा आरक्षण, कहा- ब्राह्मण बहू दान में मिले…तब तक रहे आरक्षण

MP News: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक आईएएस अफसर ने ब्राह्मण समाज पर विवादित बयान दिया है।

2 min read
Google source verification
ias santosh verma

MP News: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में अजाक्स प्रांतीय अधिवेशन में वरिष्ठ IAS अधिकारी और नवनिर्वाचित प्रांताध्यक्ष संतोष वर्मा ने कहा कि जब तक मेरे बेटे को कोई ब्राह्मण अपनी बेटी दान नहीं देता या उससे संबंध नहीं बनता, तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए। जिसके बाद विरोध तेज हो गया है।

मंत्रालय सेवा अधिकारी-कर्मचारी संघ के अध्यक्ष इंजीनियर सुधीर नायक ने आपत्तिजनक बयान बताया और सख्त कार्रवाई की मांग की।

आईएएस अधिकारी द्वारा कहा जाना अति-निंदनीय

मंत्रालय सेवा अधिकारी-कर्मचारी संघ के अध्यक्ष इंजीनियर सुधीर नायक ने कहा कि अजाक्स प्रांताध्यक्ष का यह बयान घोर आपत्तिजनक है और समूचे सवर्ण समुदाय का अपमान है। शादी विवाह निजी जिंदगी है। हर वयस्क व्यक्ति अपनी शादी के लिए स्वतंत्र है। कौन किससे शादी करे यह उसका निजी मामला है।और फिर बेटी कोई वस्तु नहीं है जो दान की जाये।कानूनी तौर पर तो मां बाप भी अपने पुत्र पुत्री की शादी किससे हो-यह तय नहीं कर सकते। सवर्ण समाज की बेटियों के बारे में एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी द्वारा ऐसा कहा जाना अति-निंदनीय है। शादी एक नितांत निजी मामला है उसका आरक्षण से क्या संबंध?

आगे नायक ने कहा कि वैसे भी समाज बहुत बदल चुका है। बड़ी संख्या में अंतर्जातीय विवाह हो रहे हैं।आरक्षित और अनारक्षित वर्गों के बीच भी बहुत शादियां हो रही हैं। मेरी जान पहचान में ही ऐसे कई दंपत्ति हैं। दलित नेताओं की शादियां ब्राह्मण युवतियों से हुई हैं।डॉ भीमराव अम्बेडकर जी ने सविता अंबेडकर जी से शादी की थी जो कि ब्राह्मण थीं। रामविलास पासवान जी ने रीना शर्मा जी से शादी की थी। इससे यह भी जाहिर होता है कि इनके पास आरक्षण के पक्ष में अब कोई ठोस तर्क नहीं बचा है। इसलिए ऐसी अनर्गल बातें की जा रही हैं।

आईएएस के खिलाफ हो कार्रवाई

सुधीर नायक ने कहा संतोष वर्मा के पहले भी अजाक्स संगठन के अनेक प्रांताध्यक्ष रहे उन्होंने आरक्षण के पक्ष में तमाम बातें कहीं लेकिन सवर्ण समाज की बहन बेटियों के बारे में इस तरह की बातें कभी नहीं कहीं। अजाक्स एक कर्मचारी संगठन है। कर्मचारी संगठन के अधिवेशन में सर्विस मैटर्स पर बात होनी चाहिए न कि शादी विवाह जैसे निजी जीवन के विषयों पर। इस तरह संतोष वर्मा दोनों वर्गों के बीच खाई गहरी कर रहे हैं, जो कि देश समाज के हित में नहीं है। संतोष वर्मा जी द्वारा कहे गए इस कथन की मैं निंदा करता हूं और आईएएस आचरण नियमों के तहत समुचित कार्रवाई किए जाने की सरकार से मांग करता हूं।