Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

MP में सिर चढ़कर बोल रहा है इन कोर्स का जादू, डिग्री पूरी होने से पहले ही मिल रही नौकरी

MP News: दीपावली के बाद कंपनियों में हायरिंग का दौर तेज हो गया है। इस सीजऩ में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) आधारित नौकरियों की मांग तेजी से बढ़ी है। आइटी, फाइनेंस और डेटा एनालिटिक्स सेक्टर की कंपनियां अब एआइ स्किल्स वाले युवाओं को प्राथमिकता दे रही हैं।

less than 1 minute read
Google source verification
AI course Demand

AI course Demand एआइ आधारित नौकरियों की डिमांड, युवाओं को प्राथमिकता (फोटो सोर्स : freepik)

उमा प्रजापति

MP News: दीपावली के बाद कंपनियों में हायरिंग का दौर तेज हो गया है। इस सीजऩ में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) आधारित नौकरियों की मांग तेजी से बढ़ी है। आइटी, फाइनेंस और डेटा एनालिटिक्स सेक्टर की कंपनियां अब एआइ स्किल्स वाले युवाओं को प्राथमिकता दे रही हैं। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान के 2026 पासआउट बैच में अब तक 125 में से 82 छात्रों को विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों में नौकरी मिल चुकी है, जो कि 65.6 प्रतिशत है।

एआइ आधारित नौकरियों की डिमांड

यह पिछले वर्ष की तुलना में 17.6 अधिक है। बीते वर्ष नवंबर तक 48 प्रतिशत छात्रों को नौकरी मिली थी, इस बार कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल ब्रांच के छात्रों की मांग में समान रूप से बढ़ी है। पहली प्रथमिकता कोर ब्रांच के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI course Demand), डेटा साइंस, क्लाउड टेक्नोलॉजी और साइबर सिक्योरिटी जैसे क्षेत्रों में कंपनियों की रुचि बढ़ रही है।

57 सवा का मिला पैकेज

संस्थान के प्रशिक्षण और प्लेसमेंट सेल अधिकारी डॉ. अजय श्रीवास्तव ने बताया कि इस वर्ष का उच्चतम पैकेज 57 लाख प्रतिवर्ष रहा है। औसत पैकेज 19 लाख रुपए प्रतिवर्ष रहा है। करीब 70 प्रतिशत कंपनियां सॉफ्टवेय प्रोडक्ट बेस्ड रहीं, जबकि 30 प्रतिशत कोर टेक्निकल सेक्टर से जुड़ी थीं। संस्थान की अपूर्वा बाजपाई को गूगल में 1.25 लाख रुपए प्रतिमाह की इंटर्नशिप मिली।

यह उपलब्धि न केवल संस्थान की शैक्षणिक गुणवत्ता और उद्योग सहयोग का परिणाम है, बल्कि छात्रों की तकनीकी दक्षता, नवाचार भावना और समर्पण का भी प्रमाण है। आने वाले महीनों में प्लेसमेंट प्रतिशत और अधिक बढ़ने की उम्मीद है, जिससे संस्थान की प्रतिष्ठा राष्ट्रीय स्तर पर और सशक्त होगी।- प्रो. आशुतोष कुमार सिंह, निदेशक, भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान