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जब मेरी जरूरत थी तब चंद्रशेखर ‘रावण’ ने मुझे इस्तेमाल किया, अब विषकन्या बताया जा रहा…

Dr. Rohini Ghavari vs MP Chandrashekhar : डाक्टर रोहिणी घावरी और नगीना से सांसद चद्रशेखर के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब डॉक्टर रोहिणी घावरी ने सांसद चंद्रशेखर पर उन्हें विषकन्या कहने का आरोप लगाया है।

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Rohini Ghavari VS Chandrasekhar

डॉक्टर रोहिणी घावरी और सांसद चंद्रशेखर में छिड़ा विवाद, PC- @DrRohinighavari

बिजनौर : नगीना से सांसद चंद्रशेखर पर डॉक्टर रोहिणी घावरी लगातार हमलावर हैं। वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट के माध्यम से लगातार निशाना साध रही हैं। डॉक्टर रोहिणी घावरी ने फिर से एक नई पोस्ट X पर की है। आइए पहले पढ़िए डॉक्टर रोहिणी घावरी का पोस्ट...।

'सहारनपुर के एक गांव के एक छोटे से घर में बैठे गरीब चंद्रशेखर को स्विट्जरलैंड में बैठी रोहिणी हनी ट्रैप में फंसाती है। क्योंकि चंद्रशेखर के अलावा कोई इतना संपन्न पैसे वाला मिला ही नहीं स्विट्जरलैंड में। जो लड़की उसे उसके बुरे वक्त का एहसास भी नहीं होने देती थी। उसकी तकलीफों में भी उसे हंसाती ख़ुश रखती कोशिश करती थी। चंद्रशेखर पूरे दिन मुझसे बात करने के लिए इंतजार करता था। क्योंकि उसे रोहिणी घावरी की बातों से सुकून मिलता था। आज उसी रोहिणी को विष्कन्या बोल बोल कर दुनिया के सामने ज़लील किया जा रहा है। एक दिन इस आदमी को मेरी बद्दुआ जरूर लगेगी। उस दिन एहसास होगा कि कितना गलत किया है मेरे साथ।'

अब समझिए क्या है दोनों में विवाद

दरअसल, डॉ. रोहिणी का सांसद चंद्रशेखर पर आरोप है कि उन्हें पहले प्यार का भरोसा दिया और फिर सांसद बनने के बाद रिश्ता तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि पहले चंद्रशेखर कहता था, 'तुम्हारे बिना मर जाऊंगा। फिर सांसद बनते ही बोला, अब रिश्ता खत्म करना पड़ेगा।' रोहिणी का कहना है कि जब उन्होंने विरोध किया तो चंद्रशेखर ने कहा- 'अगर तुम्हारी मौत ऐसे ही होनी है, तो यही सही।'

जानिए कौन हैं रोहिणी घावरी

डॉ. रोहिणी घावरी (उम्र करीब 30 वर्ष) मध्य प्रदेश के इंदौर की रहने वाली हैं और वाल्मीकि समुदाय से ताल्लुक रखती हैं। वे स्विट्जरलैंड में पीएचडी कर रही हैं और जनपावर वेलफेयर फाउंडेशन की फाउंडर हैं, जो दलित उत्थान पर काम करती है। 2019 में मध्य प्रदेश सरकार से 1 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप पाने वाली रोहिणी ने संयुक्त राष्ट्र (UN) में 'जय श्री राम' के उद्घोष के साथ भारत का प्रतिनिधित्व कर सुर्खियां बटोरीं।

पीएमओ में शिकायत कर चुकी रोहिणी घावरी

2020 में चंद्रशेखर आजाद से मुलाकात हुई, जो 2021 से रिश्ते में बदल गई। NCW को दी शिकायत में रोहिणी ने कहा: चंद्रशेखर ने शादी का झांसा देकर भावनात्मक और शारीरिक शोषण किया, अपनी शादीशुदा स्थिति छिपाई, राजनीतिक अभियानों में उनका इस्तेमाल किया। 2024 चुनाव जीतने के बाद उन्होंने 'कॉन्ट्रैक्ट मैरिज' का प्रस्ताव रखा, जिसका विरोध करने पर निजी तस्वीरें-वीडियो लीक करने की धमकी दी। रोहिणी ने दावा किया कि इस कारण वे अवसाद में चली गईं और दो बार सुसाइड की कोशिश की। उन्होंने दिल्ली पुलिस, NCW, पीएमओ और गृह मंत्रालय को पत्र लिखे हैं।