Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में दुश्मन के इरादों को नेस्तनाबूद कर रहे भारत और यूके के सैनिक, 14 दिन चलेगा युद्धाभ्यास

ब्रिटेन और भारत के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास की शुरुआत वर्ष 2011 में हुई। दो-दो साल के अंतराल पर दोनों देशों की सैन्य टुकड़ियां एक जगह जुटती हैं। एक बार फिर महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में दोनों देशों के सैनिक अभ्यास कर रहे हैं, जो 14 दिनों तक चलेगा।

3 min read
Google source verification
Indian and UK soldiers

सैन्य अभ्यास में शामिल भारत और यूके के सैनिक (फोटो-पत्रिका)

बीकानेर। यूनाइटेड किंगडम (यूके) की 'रॉयल गोरखा राइफल्स' और भारत की सिख रेजीमेंट के 240 सैनिक सोमवार को महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के रेतीले धोरों में युद्धाभ्यास के लिए उतरे। सैन्य अभ्यास की ओपनिंग सेरेमनी के बाद हाथों में राइफल थामे सैनिक यहां बने युद्ध के काल्पनिक परिदृश्य में दुश्मन के इरादों को नेस्तनाबूद करने के जोश से लबरेज दिखे। भारत और यूके संयुक्त सैन्य अभ्यास 'अजेय वॉरियर' का यह आठवां संस्करण शुरू हुआ है।

इन्फेंट्री यूनिट के यह सैनिक आगामी 30 नवंबर (14 दिन ) तक दिन-रात युद्धक परिदृश्य में अपने युद्ध कौशल को धार देंगे। खासकर आतंकवाद निरोधी अभियान को सशक्त करने के लिए संयुक्त सैन्य ऑपरेशन करेंगे।

युद्धाभ्यास की शुरुआत के अवसर पर भारतीय सेना के कर्नल नीरज बेनीवाल और ब्रिटिश आर्मी के लेफ्टिनेंट कर्नल सिमोन डायसन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र जनादेश के अंतर्गत यह अभ्यास आतंकवाद-रोधी अभियानों पर केंद्रित है। इसमें ब्रिगेड स्तर पर संयुक्त मिशन योजना, एकीकृत सामरिक अभ्यास, सिमुलेशन-आधारित परिस्थितियां तथा वास्तविक आतंकवाद-रोधी हालात को दर्शाने वाले कंपनी-स्तरीय फील्ड ऑपरेशन शामिल होंगे। इसमें वैश्विक स्तर पर युद्धों के बदलते स्वरूप और आधुनिक चुनौतियों पर भी फोकस किया जाएगा।

15 साल से चल रही संयुक्त भागीदारी

ब्रिटेन और भारत के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास की शुरुआत वर्ष 2011 में हुई। दो-दो साल के अंतराल पर दोनों देशों की सैन्य टुकड़ियां एक जगह जुटती हैं। फिर 14 दिन अपनी सैन्य क्षमताओं को निखारने और एक-दूसरे की युद्ध तकनीक को साझा करते हुए दोनों देशों की सेनाएं युद्धाभ्यास करेंगी। यहां आतंकवाद से निपटने और युद्ध क्षेत्र में दुश्मन से मुकाबले की संयुक्त रणनीति पर दोनों देशों की सेना अभ्यास कर रही है। अजेय वॉरियर के इस निरंतर चल रहे अभ्यास ने भारतीय सेना और ब्रिटिश सेना के बीच एक नई साझेदारी को विकसित किया है। इस बार का यह संस्करण प्रोफेशनलिज्म, सहयोग, क्षेत्रीय स्थिरता तथा वैश्विक शांति के प्रति प्रतिबद्धता को और अधिक मजबूत करने के उद्देश्य के साथ शुरू हुआ है।

भारत से अपनत्व का रिश्ता

पड़ोसी देश नेपाल के मूल निवासी और वर्तमान में यूके की रॉयल गोरखा राइफल के सैनिक दीपेश से पत्रिका ने बातचीत की। फर्राटेदार हिन्दी में बात करते हुए दीपेश ने कहा कि भारत और नेपाल के बीच अपनत्व का रिश्ता है। कभी भारत के दुश्मन से युद्ध होने पर उनकी भूमिका पूछने पर दीपेश ने कहा कि यूके आर्मी की तरफ से मौका दिया गया तो युद्ध क्षेत्र में उतरने से पीछे नहीं हटेंगे।

फायरिंग पॉजिशन और संयुक्त ऑपरेशन

युद्धाभ्यास के आगाज के साथ ही भारत और यूके सेना की संयुक्त टुकड़ियों ने फायरिंग पॉजिशन में दुश्मन पर घात लगाने का अभ्यास किया। इसके साथ ही किसी भवन में घुसे आतंकियों के खिलाफ संयुक्त ऑपरेशन के अभ्यास किए। इस युद्धाभ्यास में यूके के सैनिक अपनी राइफल, आर्म्ड वेपन और सर्विलांस उपकरण लाए हैं। भारतीय सैनिक भी अपने हथियारों के साथ सैन्य अभ्यास में शामिल हुए हैं।