
कई कारणों से होम लोन एप्लीकेशन रिजेक्ट हो जाती है। (PC: Pexels)
बहुत से ऐसे लोग हैं, जो होम लोन के लिए आवेदन तो करते हैं, लेकिन कई कारणों से उनकी एप्लीकेशन रिजेक्ट हो जाती है। बैंक लोन देने से पहले कई सारी चीजें देखता है। इनमें सबसे महत्वपूर्ण है, आवेदक की इनकम। अगर आपकी इनकम अधिक है, तो आप कर्ज चुकाने में सक्षम होंगे और आपको लोन मिल जाएगा। इसके बाद आपकी जॉब प्रोफाइल और क्रेडिट स्कोर जैसी कई ऐसी चीजें हैं, जिनके बारे में बैंक विचार करते हैं। आइए जानते हैं कि होम लोन रिजेक्ट होने के क्या कारण होते हैं।
जब आप लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो कर्जदाता मुख्य रूप से दो चीजों की जांच करता है। आपकी क्रेडिट हिस्ट्री यानी क्रेडिट स्कोर और आपकी आय। यदि इनमें से कोई भी मानक बैंक की न्यूनतम आवश्यकताओं को पूरा नहीं करता, तो आपका आवेदन आगे नहीं बढ़ेगा।
अधिकांश बैंक तभी लोन देते हैं, जब आपका क्रेडिट स्कोर एक निश्चित सीमा से ऊपर हो। अगर यह मानक पूरा होता है, तो आपका आवेदन रिजेक्ट नहीं किया जाएगा। हालांकि, यदि क्रेडिट स्कोर कम है तो बैंक ब्याज दर थोड़ी अधिक रख सकता है। इसी तरह, अगर आपने पहले कभी कोई लोन नहीं लिया है और आपका कोई क्रेडिट स्कोर नहीं है, तो बैंक ब्याज दर थोड़ी बढ़ा सकता है, क्योंकि उसके पास आपकी क्रेडिट आदतों का कोई रिकॉर्ड नहीं होता।
पुराने छोटे लोन या क्रेडिट कार्ड पर डिफॉल्ट भी असर डाल सकते हैं। भले ही इसका असर अब आपके क्रेडिट स्कोर पर न पड़े, लेकिन अगर यह रिकॉर्ड आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में मौजूद है, तो बैंक ब्याज दर बढ़ा सकता है। अगर आपकी आय अधिक है, लेकिन पहले से कई लोन या ईएमआई चल रही हैं, तो बैंक आपका लोन आवेदन FOIR के आधार पर रिजेक्ट कर सकता है।
ज्यादातर कर्जदाता एक न्यूनतम आय सीमा तय करते हैं, जिसके नीचे वे लोन नहीं देते। आम तौर पर यह लिमिट 30,000 रुपये प्रति माह होती है। लेकिन अगर आप ज्यादा राशि का लोन लेना चाहते हैं, तो आय की आवश्यकता भी अधिक होगी। यदि आपकी आय बैंक की इस न्यूनतम सीमा से कम है, तो आपकी लोन एप्लीकेशन अस्वीकार हो सकती है।
कर्जदाता आवेदक की स्टेबल नौकरी और आय के रिकॉर्ड को भी देखते हैं। आयु, राष्ट्रीयता और शैक्षिक योग्यता जैसे फैक्टर भी लोन मंजूरी पर असर डाल सकते हैं। बार-बार नौकरी बदलना भी लोन स्वीकृति के मौके कम कर सकता है। बैंक आवेदक की जॉब स्टेबिलिटी को बहुत महत्व देते हैं। अगर आपने बार-बार नौकरी बदली है, तो बैंक यह मान सकते हैं कि आप भविष्य में भी ऐसा कर सकते हैं या बेरोजगार हो सकते हैं, जिससे लोन एप्लीकेशन रिजेक्ट हो सकती है। अगर आप कॉन्ट्रैक्ट बेस्ड जॉब में हैं या आपकी आय अनियमित है, तो यह भी लोन रिजेक्शन का कारण हो सकता है।
अगर आपके आवेदन में नाम, उम्र, पता आदि जैसी जानकारी गलत या अधूरी दी है, तो बैंक के लिए आपकी सही जानकारी निकालना मुश्किल हो जाता है। इस कारण आपका एप्लीकेशन रिजेक्ट किया जा सकता है।
होम लोन में प्रॉपर्टी की वैल्यूएशन भी एक अहम फैक्टर होता है। बैंक खुद प्रॉपर्टी का मूल्यांकन करते हैं, जिसमें इमारत की उम्र, स्थिति, निर्माण गुणवत्ता, लोकेशन आदि पर ध्यान दिया जाता है।
यदि बैंक को लगता है कि संपत्ति की वैल्यूएशन कम है, तो वह लोन की राशि घटा सकता है या एप्लीकेशन रिजेक्ट कर सकता है।
आपने जिस प्रॉपर्टी का चयन किया है, वह किसी ऐसे बिल्डर की है जिसे बैंक ने ब्लैकलिस्ट किया है या मंजूरी नहीं दी है, तो लोन मिलने की संभावना बहुत कम होती है। इसके अलावा, अगर प्रॉपर्टी बहुत पुरानी है, तो बैंक उसकी स्ट्रक्चरल स्थिरता और कानूनी स्थिति की जांच करता है। अगर जांच में पता चलता है कि संपत्ति जोखिमपूर्ण है या सरकारी नियमों के अनुसार उस पर लोन नहीं दिया जा सकता, तो आवेदन रिजेक्ट कर दिया जाएगा।
Updated on:
30 Oct 2025 05:27 pm
Published on:
30 Oct 2025 05:26 pm
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