
दो महीने से टूटी पड़ी पुलिया
छतरपुर/महाराजपुर. जिले में 18 जुलाई को हुई मूसलाधार बारिश ने सड़क और पुलिया निर्माण की व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी है। दो महीने से ज़्यादा समय बीत चुका है, लेकिन हालात जस के तस हैं। कई जगहों पर पुलिया और एप्रोच रोड बह जाने के बाद से आवागमन पूरी तरह से बाधित है। सबसे अधिक परेशानी महाराजपुर और राजनगर के बीच यात्रा करने वाले ग्रामीणों को झेलनी पड़ रही है, जिन्हें अब 7 किलोमीटर का लंबा रास्ता तय करना पड़ता है।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत महाराजपुर से पुतरी गांव होते हुए राजनगर तक डामर रोड बनाई गई थी। बारिश के दौरान पुतरी गांव के पास नाले पर बनी पुलिया की छत टूटकर नीचे गिर गई। हादसे को हुए दो महीने बीत चुके हैं, लेकिन न तो मरम्मत शुरू हुई और न ही डायवर्सन रोड बनाया गया। इसी लापरवाही के चलते 27 अगस्त की रात को एक बड़ा हादसा हुआ। राजनगर निवासी बाइक सवार मां-बेटे की इस क्षतिग्रस्त पुलिया के पास गिरकर मौत हो गई।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार अधिकारियों को जानकारी देने के बावजूद न तो निर्माण कार्य शुरू हुआ और न ही अस्थाई मार्ग बनाया गया। इस रास्ते से रोज़ाना दर्जनों लोग आवाजाही करते हैं, जिन्हें अब मजबूरन 7 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है।मजगुवां-नैगुवां के बीच क्षतिग्रस्त पुलिया से 14 गांवों का संपर्क टूटामजगुवां और नैगुवां गांव के बीच मुग्हेड़ नदी पर बनी पुलिया का एक हिस्सा बारिश में क्षतिग्रस्त हो गया। जल संसाधन विभाग ने खानापूर्ति करते हुए सिर्फ मिट्टी डालकर भराव कर दिया, लेकिन अगली ही बारिश में यह मिट्टी बह गई और पुलिया दोबारा टूट गई। यह रास्ता महाराजपुर से उत्तर प्रदेश सीमा के ऊजरा गांव को जोड़ता है। पुलिया टूटने से मलका, ऊजरा, खिरी, उर्दमऊ, मजगुवां, बैदार, नैगुवां, सिमरधा और घेरा पुरवा सहित 14 गांव के ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
नगर पालिका महाराजपुर द्वारा कुसमा पेट्रोल पंप से दासापुरवा तक बनाई गई सीसी रोड पर बनी पुलिया भी बारिश में बह गई। पुलिया की गिट्टी और सरिया पूरी तरह से उखड़ गई है, जिससे दासापुरवा, मऊ और सेला गांव के करीब 4 हजार लोगों का आवागमन प्रभावित है। ग्रामीणों ने कई बार नगर पालिका में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन मरम्मत कार्य अब तक शुरू नहीं हुआ। स्थानीय लोगों का कहना है कि अब यह पुलिया हादसे को न्योता दे रही है।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत मऊ और पुर गांव को जोड़ने के लिए बनाई गई पुलिया के दोनों ओर का एप्रोच रोड बारिश के कारण बह गया। ग्रामीणों का कहना है कि तीन महीने से इस पुलिया की स्थिति खराब है। प्रशासन को बार-बार शिकायत देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई।
जिले में लवकुशनगर और राजनगर के झमटुली मार्ग पर पानी उतरने के बाद विभाग ने अस्थायी सुधार कर आवागमन शुरू करवा दिया है। लेकिन महाराजपुर, मऊ, पुतरी, दासापुरवा और नैगुवां क्षेत्र की पुलियां अब भी उपेक्षा की शिकार हैं।
इस पूरे मामले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के जीएम मोहम्मद तारिक ने कहा कि क्षतिग्रस्त पुलियों का नए सिरे से निर्माण होना है। इसके लिए एस्टीमेट तैयार कर ठेकेदार को साइट दिखा दी गई है। बारिश थम चुकी है, इसलिए अब जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।
Published on:
08 Oct 2025 10:44 am
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