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26 अक्टूबर से दिल्ली और वाराणसी से खजुराहो के लिए इंडिगो की नई फ्लाइट सेवा होगी शुरू

इंडिगो एयरलाइन 26 अक्टूबर से दिल्ली और वाराणसी से खजुराहो के लिए नियमित उड़ानें शुरू करने जा रही है। इस नई सेवा से न केवल पर्यटन क्षेत्र में तेजी आने की उम्मीद है, बल्कि स्थानीय व्यवसाय को भी बड़े पैमाने पर लाभ मिलने की संभावना है।

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khajuraho airport

खजुराहो एयरपोर्ट

मध्यप्रदेश के ऐतिहासिक और पर्यटन नगरी खजुराहो में लंबे समय के बाद हवाई कनेक्टिविटी बहाल होने जा रही है। इंडिगो एयरलाइन 26 अक्टूबर से दिल्ली और वाराणसी से खजुराहो के लिए नियमित उड़ानें शुरू करने जा रही है। इस नई सेवा से न केवल पर्यटन क्षेत्र में तेजी आने की उम्मीद है, बल्कि स्थानीय व्यवसाय को भी बड़े पैमाने पर लाभ मिलने की संभावना है।

वाराणसी-खजुराहो रूट

वाराणसी से खजुराहो के लिए उड़ान सेवा 26 अक्टूबर से शुरू होगी। इंडिगो की यह उड़ान केवल 55 मिनट में खजुराहो पहुंचाएगी। उड़ान का समय दोपहर 1:10 बजे वाराणसी से प्रस्थान और 2:05 बजे खजुराहो पहुंचने का निर्धारित किया गया है। इस रूट पर किराया स्थिर रखा गया है। पहले दिन यानी 26 अक्टूबर को किराया 2570 रुपए है, और आगामी नवंबर माह तक यही किराया बनाए रखा जाएगा।

दिल्ली-खजुराहो रूट

दिल्ली से खजुराहो के लिए इंडिगो की उड़ान सेवा भी 26 अक्टूबर से शुरू होगी। इस उड़ान की अवधि 1 घंटे 15 मिनट निर्धारित की गई है। विमान सुबह 10:00 बजे दिल्ली से उड़ान भरेगा और 11:15 बजे खजुराहो पहुंचेगा। इस रूट पर एडवांस बुकिंग शुरू कर दी गई है और डायनमिक किराया वसूला जाएगा। पहले पांच दिनों के लिए किराया क्रमश: 26 अक्टूबर को 6561, 27 अक्टूबर को 5674, 28 अक्टूबर को 2989, 29 अक्टूबर को 4092 और 30 अक्टूबर को 4776 रुपए रखा गया है।

फ्लाइट सेवा बंद होने का यह है कारण

खजुराहो भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। गर्मियों में पर्यटकों की संख्या कम होने के कारण कई एयरलाइन ने अस्थायी रूप से उड़ानें बंद कर दी थीं। इंडिगो ने 27 अक्टूबर 2024 को दिल्ली-खजुराहो-वाराणसी रूट पर 186 सीट वाला एयरबस सेवा शुरू की थी, लेकिन केवल पांच महीने के बाद 29 मार्च 2025 से यह सेवा बंद हो गई। स्पाइसजेट की उड़ानें 31 जनवरी 2025 से बंद हैं। वर्तमान में केवल फ्लाई बिग कंपनी की 19 सीट वाली विमान सेवा दतिया-खजुराहो-भोपाल रूट पर चल रही है, जिसका उपयोग मुख्य रूप से विदेशी पर्यटक नहीं करते।

पर्यटन उद्योग पर पड़ेगा असर

यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल खजुराहो का पर्यटन मुख्य रूप से यूरोपीय और पूर्वी एशियाई देशों के पर्यटकों पर निर्भर है। ये सैलानी अधिक खर्च करते हैं और स्थानीय गाइड, ट्रेवल एजेंट, होटल व्यवसाय और परिवहन सेवाओं को लाभ पहुंचाते हैं। नियमित हवाई कनेक्टिविटी की कमी के कारण विदेशी पर्यटक खजुराहो आने से हिचकिचा रहे थे। छतरपुर जिले के पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले वर्ष खजुराहो में कुल 4.28 लाख पर्यटक आए, जिनमें से अंतरराष्ट्रीय पर्यटक की संख्या 33121 थी। इस वर्ष अब तक केवल 21204 अंतरराष्ट्रीय पर्यटक ही खजुराहो का दौरा कर पाए हैं।

यह बोले पर्यटक और व्यवसायी

जर्मनी की पर्यटक एंजेला ने कहा, हम खजुराहो के मंदिर देखने के लिए उत्सुक थे, लेकिन उड़ान सेवा बंद होने के कारण यात्रा में देरी हुई। स्थानीय होटल संचालक सुम्मी अग्रवाल ने बताया, होटल बुकिंग पर इसका असर पड़ा है, विशेषकर विदेशी पर्यटकों के मामले में। यदि उड़ान सेवा स्थायी रूप से नहीं चलेगी, तो सालभर व्यापार में गिरावट आएगी।

इनका कहना है

विमान सेवा शुरू करने के प्रयास लगातार किए गए हैं। अक्टूबर से दिल्ली-वनारस विमान सेवा शुरू हो रही है। दतिया खजुराहो भोपाल रुट पर 19 सीटर विमान भी संचालित किया जा रहा है।

संतोष सिंह, निदेशक, एयरपोर्ट खजुराहो


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