Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मीटर बदलते समय शराबियों से विवाद, लाठी-डंडों से हमला

मनियां थाना क्षेत्र के बिपरपुर गांव स्थित बिजली घर पर शनिवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब मीटर बदलने का कार्य कर रहे बिजली कर्मचारियों पर कुछ लोगों ने अचानक लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इस हमले में दो बिजलीकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर किया गया है।

2 min read
मीटर बदलते समय शराबियों से विवाद, लाठी-डंडों से हमला Dispute with drunkards while changing meter, attack with sticks and rods

दो कर्मचारी गंभीर घायल

- मनियां क्षेत्र के गांव विपरपुर की घटना

धौलपुर. मनियां थाना क्षेत्र के बिपरपुर गांव स्थित बिजली घर पर शनिवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब मीटर बदलने का कार्य कर रहे बिजली कर्मचारियों पर कुछ लोगों ने अचानक लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इस हमले में दो बिजलीकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर किया गया है।

मौके पर मौजूद एइएन अकरम खान ने जानकारी देते हुए बताया कि वे अपनी टीम के साथ बिपरपुर बिजली घर पर मीटर बदलने का कार्य करवा रहे थे। इसी दौरान दो युवक जो नशे की हालत में थे, बिजली घर पर आ पहुंचे और कर्मचारियों के साथ बहस करने लगे। विवाद बढऩे लगा, लेकिन कर्मचारियों ने मामले को शांत करा दिया और युवक वहां से चले गए।

हालांकि करीब आधे घंटे बाद एक दर्जन से अधिक लोग लाठी-डंडों से लैस होकर बिजली घर पहुंचे और कर्मचारियों पर अचानक हमला कर दिया। इस हमले में बिजलीकर्मी उदयभान और पवन त्यागी गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं एक अन्य कर्मचारी गीतम किसी तरह मौके से भाग निकले और अपनी जान बचाई। घायलों को तुरंत मनियां अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से हालत नाजुक होने पर उन्हें धौलपुर जिला अस्पताल रेफर किया गया। वर्तमान में दोनों घायलों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।

सूचना मिलते ही मनियां थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का जायजा लिया। पुलिस ने बयान दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल हमलावरों की पहचान के प्रयास जारी हैं और संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इस हमले के बाद बिजली विभाग के कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। उनका कहना है कि बिजलीघर जैसे संवेदनशील स्थान पर इस प्रकार की घटनाएं कार्य करने में असुरक्षा का माहौल पैदा करती हैं। कर्मचारियों ने प्रशासन से हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।