Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मिनी नंदिनी योजना में कुल लागत की आधी छूट! ऐसे करें आवेदन, लॉटरी सिस्टम से होगा चयन प्रक्रिया” जानें पूरी

Mini Nandini yojana: मिनी नंदिनी योजना की लॉटरी में इस बार महिलाओं को झटका लगा। प्रदेश सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत चयनित सभी लाभार्थी पुरुष रहे। 8 डेयरी इकाइयों के लक्ष्य पर 119 आवेदन आए। जिनमें से 74 पात्र किसानों में से 8 का चयन किया गया। इस योजना में कुल लागत की आधी छूट अनुदान के रूप में सरकार दे रही है।

2 min read
Google source verification
मिनी नंदिनी योजना

सांकेतिक तस्वीर फोटो जेनरेट AI

Mini Nandini yojana: प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी मिनी नंदिनी समृद्धि योजना के तहत बुधवार को विकास भवन सभागार में लाभार्थियों के चयन के लिए लॉटरी निकाली गई। यह योजना किसानों को 10 देशी गायों की मिनी डेयरी इकाई स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है। जिससे ग्रामीण स्तर पर दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा मिल सके। लेकिन इस बार की लॉटरी में महिलाओं को निराशा हाथ लगी। क्योंकि चयनित सभी लाभार्थी पुरुष रहे।

Mini Nandini yojana: मिनी नंदिनी समृद्धि योजना उत्तर प्रदेश सरकार की एक पहल है। जिसका उद्देश्य किसानों को आत्मनिर्भर बनाना और प्रदेश को दुग्ध उत्पादन में अग्रणी राज्य बनाना है। योजना के तहत डेयरी इकाई स्थापित करने की कुल लागत का 50 प्रतिशत अनुदान सरकार देती है। जो अधिकतम 11.80 लाख तक हो सकता है। इसके अलावा, किसानों को 35 प्रतिशत राशि बैंक से ऋण के रूप में और शेष 15 प्रतिशत अपनी ओर से लगानी होती है। योजना का मकसद ग्रामीण क्षेत्रों में दुग्ध सहकारी समितियों के गठन को भी प्रोत्साहित करना है। ताकि पशुपालकों को दूध बेचने के लिए एक स्थायी व उचित बाजार उपलब्ध हो सके।

आठ लक्ष्य के सापेक्ष आए 119 आवेदन

लॉटरी प्रक्रिया पूरी तरह सॉफ्टवेयर आधारित रही। ताकि चयन में किसी तरह की पक्षपात की गुंजाइश न रहे। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. शशि कुमार शर्मा ने बताया कि जिले को आठ मिनी डेयरी इकाइयां स्थापित करने का लक्ष्य दिया गया है। इसके लिए कुल 119 किसानों ने आवेदन किया था। जिनमें से जांच के बाद 74 पात्र पाए गए। इन सभी को सीडीओ अंकिता जैन की अध्यक्षता में लॉटरी प्रक्रिया में शामिल किया गया।

लॉटरी सिस्टम में एक भी महिला का नहीं हुआ चयन

हालांकि, लॉटरी में महिलाओं के चयन न होने से असंतोष झलका। पंडितपुरवा की आशा मिश्रा सहित कई महिलाओं ने आपत्ति दर्ज कराई। लेकिन सीडीओ ने स्पष्ट किया कि प्रक्रिया पूरी तरह तकनीकी और पारदर्शी रही। जिसमें किसी तरह का मानवीय हस्तक्षेप संभव नहीं था।

इन लाभार्थियों का हुआ चयन

लॉटरी में चयनित किसानों में परमापुर पूरेखाल चेतपुर के सुरेंद्र तिवारी, सोनहरा के संदीप शुक्ल, डेहरास के शैलेंद्र कुमार, निकरोजा इस्माइलपुर के संजय कुमार सिंह, शेखापुर सेमरा दम्मन के तुलसीराम शर्मा, खैरा के इंद्रसेन भारती, रंजीत भारती और परसा सोहरसा विशुनपुर बैरिया के मेवाराम शामिल हैं। चयनित किसानों को चरणबद्ध तरीके से डेयरी इकाई स्थापित कराई जाएगी। जिससे जिले में दुग्ध उत्पादन को नई गति मिलने की उम्मीद है।