
फोटो सोर्स: पत्रिका, फिल्मस्टार रविकिशन
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की ऐतिहासिक जीत पर बिहार की राजनीति में बड़ा उलटफेर हुआ है। अब जब चुनावी नतीजे आ गए तब नेताओं के प्रभाव का भी अध्ययन हो रहा है। इसमें फिल्म स्टार रविकिशन की चर्चा खूब सुर्खियां बटोर रही है। रविकिशन एक तरह से खुद को सीएम योगी का हनुमान बताते हैं और बिहार विधान सभा चुनावों में जमकर चुनाव प्रचार भी किए। इस दौरान इनको जान से मारने की धमकी भी मिले हालांकि आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
गोरखपुर सांसद रविकिशन और छपरा सीट से चुनाव लड़ रहे भोजपुरी अभिनेता खेसारी लाल यादव के बीच काफी आरोप प्रत्यारोप भी देखने को मिला। दोनों ने ही एक दूसरे पर जुबानी हमला किया। खेसारी के खिलाफ प्रचार करने वालों में रवि किशन पहले बड़े कलाकार थे। उनके प्रचार का असर भी दिखा और खेसारी को हार का सामना करना पड़ा। बीजेपी ने बिहार चुनाव के लिए रवि किशन को स्टार प्रचारक बनाया था। उन्होंने 19 विधानसभा क्षेत्रों में जनसभाएं कीं, जिसमें 18 सीट पर बीजेपी जीती केवल एक सीट पर भाजपा को मामूली अंतर से हार मिली, जबकि बाकी सभी क्षेत्रों में जिन उम्मीदवारों के पक्ष में उन्होंने प्रचार किया, वे जीत गए। इनमें भाजपा के साथ एनडीए के अन्य दलों के प्रत्याशी भी शामिल हैं।
बीजेपी हाईकमान ने बिहार चुनाव में सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ ही सांसद रवि किशन पर भी भरोसा जताया था। उन्हें स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया गया। रवि किशन ने कई जनसभाओं को संबोधित किया और कुछ प्रत्याशियों के नामांकन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। जिन उम्मीदवारों के समर्थन में वे गए, वे भी चुनाव जीतने में सफल रहे।
लोक गायिका मैथिली ठाकुर को जब बीजेपी ने अलीनगर सीट से उम्मीदवार घोषित किया, तो पहले स्थानीय नेताओं की प्रतिक्रिया आई थी, ऐसे समय में रवि किशन ने एक वीडियो संदेश जारी कर मैथिली की प्रशंसा की और महिलाओं व युवाओं से उन्हें वोट देने की अपील की। मैथिली ठाकुर भी अपनी सीट से विजयी रहीं।
जातिगत मुद्दे पर रवि किशन को जान से मारने की धमकी भी मिली थी। इसके बावजूद वे बिहार पहुंचे और लगातार प्रचार करते रहे। उन्होंने कहा था कि वे किसी से डरने वाले नहीं हैं।उनके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर साझा किए गए आँकड़ों के अनुसार, उन्होंने 19 सभाएं कीं, जिनमें से 18 में संबंधित उम्मीदवार जीत हासिल करने में सफल रहे।
खजौली - जीत, राजनगर - जीत, मोतिहारी - जीत, रामनगर - जीत, बगहा - जीत, नौतन - जीत, लौरिया - जीत, चनपटिया - 602 वोट से हार, बांकीपुर - जीत, साहेबगंज - जीत, बछवाड़ा - जीत, बेगूसराय - जीत, परबता - एलजेसीआरवी की जीत, बेनीपट्टी - जीत, छपरा - जीत, कुढ़नी - जीत, मुजफ्फरपुर - जीत, गौरा बौराम - जीत, जाले - जीतपक्ष
Updated on:
15 Nov 2025 05:09 pm
Published on:
15 Nov 2025 03:46 pm
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