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हेल्पलाइन नंबर पर लोग दे रहे हैं मिलावट की सूचना, कुछ दल की सतर्कता जांचने के लिए कर रहे फोन, सटीक जानकारी नहीं मिल रही

खाद्य एवं सुरक्षा विभाग ने मिलावटखोरों को पकड़ने के लिए हेल्प लाइन नंबर 7999577244 जारी किया है। इस नंबर पर लोग मिलावट की सूचना दे रहे हैं। कुछ ने हेल्प लाइन नंबर टेस्ट के लिए सूचना भेजी है, तो किसी ने दल की सतर्कता पता करने के लिए। छह शिकायतों में से 4 शिकायतें सही निकलीं, लेकिन दो शिकायतें गलत निकलीं।

ग्वालियर. खाद्य एवं सुरक्षा विभाग ने मिलावटखोरों को पकड़ने के लिए हेल्प लाइन नंबर 7999577244 जारी किया है। इस नंबर पर लोग मिलावट की सूचना दे रहे हैं। कुछ ने हेल्प लाइन नंबर टेस्ट के लिए सूचना भेजी है, तो किसी ने दल की सतर्कता पता करने के लिए। छह शिकायतों में से 4 शिकायतें सही निकलीं, लेकिन दो शिकायतें गलत निकलीं। बस से मावा दूसरे शहर भेजने की सूचना थी। इस पर दल कार्रवाई के लिए पहुंचा, लेकिन बस में मावा नहीं मिला। इसके अलावा मुरैना से आने वाले वाहनों की भी सूचना आ रही है। हाईकोर्ट ने मिलावट का कारोबार रोकने के लिए की जा रही कार्रवाई की निगरानी के लिए दो सदस्यीय कमेटी बनाई है। इसमें सेवानिवृत्त जिला न्यायाधीश व सेवानिवृत्त आइएएस को शामिल किया है। कमेटी ने नौ जिलों के अभिहीत अधिकारियों की बैठक लेकर दिशा निर्देश जारी किए थे, जिससे मिलावट के कारोबार पर रोक लग सके। विभाग का सूचना तंत्र भी मजबूत हो सके। हेल्प लाइन नंबर जारी करने के निर्देश दिए। हेल्पलाइन शुरू हो गया है। इस पर लोग फोन भी कर रहे हैं, लेकिन मिलावट की सटीक जानकारी नहीं दे रहे हैं, कहां पर मिलावटी मावा व दूध, दही, पनीर तैयार किया जा रहा है, किस गाड़ी से परिवहन किया जा रहा है।

इस व्यवस्था में स्टाफ का संकट

-दूसरे जिले से आने वाले वाहनों की जांच के लिए स्थायी चैक पोस्ट बनाए जाने हैं, लेकिन ग्वालियर में निरीक्षक नहीं हैं, जिससे स्थायी चैक पोस्ट तैयार नहीं हो पा रहे हैं।
-जांच रिपोर्ट के लिए भोपाल के भरोसे ही रहना पड़ेगा, जिससे रिपोर्ट देर से आ रही हैं। इसका फायदा मिलावटखोरों को मिल रहा है।
-वसूली की भी गति धीमी है। एडीएम कोर्ट से आदेश होने के बाद वसूली नहीं हो पा रही है।