
Atta Dough Storage (Photo- gemini ai)
Atta Dough Kneaded : हम लोग टाइम बचाने के लिए या ज्यादा आटा गूंथ लिया हो तो रात को रोटियां बनाने के लिए सुबह ही आटा फ्रीज में रख देते है। फिर शरीर में कुछ परेशानी होती है तो गेंहू को दोष देतें है। लेकिन वास्तव में इसमें गेंहू का कोई रोल ही नहीं होता है,असली खलनायक तो हमरा गूंथा हुआ आटा होता है।
अभी हाल ही में न्यूट्रिशनिस्ट श्वेता शाह ने एक इंस्टाग्राम वीडियो शेयर किया था जिसमें उन्होंने बताया कि आटा गूंथकर फ्रीज में रख देना एक अनहेल्दी आदत है ये गेहूं में अधिक ग्लूटेन जारी करती है, जिससे कई लोगों को पाचन संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं। शाह ने कहा किअधिकांश लोग सोचते हैं कि गेहूं की कमी के कारण ऐसा होता है। हमारी सबसे बड़ी गलती ये होती है कि हम सुबह आटा गूंथकर रख देते है और उसको रात को काम में लेते है या उसको 10 से 48 घण्टे तक फ्रीज में रखने के बाद काम में लेते हैं।
केआईएमएस हॉस्पिटल्स, ठाणे की मुख्य आहार विशेषज्ञ डीटी अमरीन शेख के अनुसार जब आटे में लम्बे समय तक पानी रहता है तो नमी के कारण ग्लूटेन बढ़ने लगता है और वह बढ़कर रबड़ के जैसा बन जाता है जो पाचन में दिक्कत करता है। इसलिए आटे को रोटी बनाने के 10 से 15 मिनट पहले ही गूंथें और 15-20 दिन से ज्यादा पुराना आटा उपयोग में ना लें। ताजा आटे में कम ग्लूटेन जारी होता है जिसे एक नरम संरचना बनतीं है। इसका परिणाम यह होता है कि रोटियां हल्की, पचाने में आसान होती है।
ताजा आटे में उसकी अपनी प्राकृतिकता बनीं रहती है। जब यह बहुत देर तक रखा रहता है, खासकर से काफी दिनों से तक , तो ये तेल ऑक्सीकृत (oxidise) हो सकते हैं, जिससे इनकी ताजगी और पोषण गुणवत्ता कम हो जाती है। पिसे हुए आटे में उच्च एंटीऑक्सीडेंट, बेहतर स्वाद और बेहतर बनावट होती है। इसका तुरंत उपयोग यह सुनिश्चित करता है कि आपको फाइबर, खनिज और बी विटामिन का पूरा लाभ मिले।
बेहतर स्वाद- ताजा आटे में अपनी प्राकृतिक सुगंध और स्वाद को होता है। इससे बनी रोटियां बेहतर बनावट वाली, मुलायम और खाने में अधिक स्वादिष्ट होती हैं।
उचित पोषण मूल्य - ताजे आटे में प्राकृतिक तेल, विटामिन और खनिज (जैसे बी विटामिन) ऑक्सीकृत नहीं होते। जिससे इसमें पोषण की अधिकता होती है,ये उच्च एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है।
आसान पाचन - ताजा आटे में कम ग्लूटेन बनता है। ये खाने में स्वादिष्ट होने के साथ पाचन में आसान होता है।
Updated on:
01 Dec 2025 09:00 am
Published on:
01 Dec 2025 08:54 am
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