Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

हवाई पट्टियों पर 2000 वर्ग मीटर तक भूमि 20 साल के लिए दी जाएगी लीज पर

प्रदेश में एयरो स्पोर्ट्स गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए वर्तमान में कम उपयोग में आ रही हवाई पट्टियों को अधिकतम 20 वर्ष के लिए लीज पर दिया जाएगा। हवाई पट्टी की अधिकतम 2000 वर्ग मीटर भूमि आवंटित की जा सकेगी।

2 min read
Google source verification

जयपुर

image

GAURAV JAIN

Sep 16, 2025

डेढ़ कॉलम का विजुअल आएगा

- राज्य में एयरो स्पोर्ट्स गतिविधियां बढ़ने से अर्थव्यवस्था को मिलेगा बढ़ावा

जयपुर.

प्रदेश में एयरो स्पोर्ट्स गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए वर्तमान में कम उपयोग में आ रही हवाई पट्टियों को अधिकतम 20 वर्ष के लिए लीज पर दिया जाएगा। हवाई पट्टी की अधिकतम 2000 वर्ग मीटर भूमि आवंटित की जा सकेगी।

प्रदेश में अभी राज्य सरकार की 19 हवाई पट्टियां हैं, जिनकी लंबाई 3 हजार 300 फीट से लेकर 9 हजार 800 फीट तक है। हवाई पट्टियों की भूमि लीज आवंटन नीति के तहत लीज शुल्क 100 रुपए प्रति वर्ग मीटर प्रति वर्ष तथा कंसेशन शुल्क 6 लाख रुपए प्रति एयरस्ट्रिप प्रति वर्ष लिया जाएगा। पहले 5 वर्षों तक दरों में 5 फीसदी और इसके बाद बीस वर्ष तक 10 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि की जाएगी।

राज्य में 118 हेलीपैड, अभी और बनेंगे

हवाई पट्टियों को फ्लाइंग ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन, एयर स्पोर्ट्स एवं एमआरओ संचालन आदि के लिए उपलब्ध करवाया जाएगा। राज्य में करीब 118 हेलीपैड हैं। सभी जिला मुख्यालयों सहित प्रमुख पर्यटन स्थलों तथा चिकित्सा सहायता एवं इमरजेंसी रेस्पॉन्स के लिए भी अतिरिक्त हेलीपैड का निर्माण कराने की तैयारी चल रही है। सरकार का मानना है कि इससे प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और राज्य के राजस्व तथा जीडीपी में भी अभिवृद्धि होगी।

हमीरगढ़ में फ्लाइंग स्कूल खोलने को स्वीकृतियां जारी

प्रदेश में विमानन क्षेत्र के विकास एवं युवाओं की इस क्षेत्र में भागीदारी को बढ़ाने के लिए गत वर्ष अजमेर जिले के किशनगढ़ में फ्लाइंग ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन (एफटीओ) की स्थापना की गई है। अब भीलवाड़ा की हमीरगढ़ हवाई पट्टी को विकसित कर फ्लाइंग स्कूल खोलने की तैयारी है। इसके लिए सरकार की ओर से जरूरी स्वीकृतियां जारी कर दी गई हैं। बजट घोषणा के तहत अब भीलवाड़ा, सीकर, झुंझुनूं, चूरू, झालावाड़, और श्रीगंगानगर की हवाई पट्टियों पर फ्लाइंग ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन स्थापित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

5 जिलों और बड़े महानगरों को नियमित उड़ान शुरू करने को केन्द्र को भेजा पत्र

प्रदेश में अभी तीन हवाई अड्डों से क्षेत्रीय हवाई संपर्क (आरसीएस) योजना के तहत उड़ानें संचालित हो रही हैं। अब सरकार ने माउंट आबू, सीकर, सवाई माधोपुर, भीलवाड़ा और श्रीगंगानगर को भी इस योजना में शामिल करने का प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेजा है। जिससे इन जिलों के लिए उड़ानें चालू हो सकें। इसके अलावा बीकानेर, जोधपुर और किशनगढ़ से मुम्बई, कोलकाता, सूरत और बेंगलूरु के लिए नियमित उड़ानें शुरु किए जाने का भी केन्द्र सरकार से आग्रह किया गया है। क्षेत्रीय हवाई संपर्क (आरसीएस) उड़ानों के लिए विमान ईंधन पर वैट को 26 प्रतिशत से घटाकर एक प्रतिशत किया गया है।

यह है एयरो स्पोर्ट्स

एयरो स्पोर्ट्स में हवा में खेले जाने वाली कई गतिविधियां शामिल हैं, जो हवा में उड़ान और रोमांच पैदा करती हैं। पैराग्लाइडिंग, पैराशूटिंग, हैंग ग्लाइडिंग, एयरोमॉडलिंग (छोटे विमान मॉडल उड़ाना) और हॉट-एयर बैलून की सवारी शामिल है।