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अच्छी सोच अमृत है, तो बुरी सोच जहर -संत ललितप्रभ

- युवा पीढ़ी के संस्कार निर्माण और व्यक्तित्व विकास के लिए प्रवचन 26 को

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जोधपुर

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Amit Dave

May 25, 2024

बाड़मेर जैन समाज समिति की ओर से ज्ञान वाटिका परिसर, अमृत नगर, पाल रोड़ पर दो दिवसीय प्रवचनमाला आयोजित की गई। प्रवचनमाला के पहले दिन शनिवार को संत ललितप्रभ सागर महाराज ने कहा कि जहां अच्छी सोच अमृत है वहीं बुरी सोच जहर है। बुरी सोच से दूसरों का बुरा बाद में होगा, पर अपना तो पहले ही बुरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जहां अच्छे विचार जीवन में स्वर्ग के द्वार खोलते हैं, वहीं बुरे विचार जीवन को नरक की आग में झोंक देते हैं। विचारधारा को निर्मल, पवित्र और सुंदर बना लेना ही ईश्वर की सर्वाेपरि पूजा और भक्ति है। अच्छी विचारधारा बेहतरीन रिश्तों का आधार है, महान व्यक्तित्व की नींव है, मानसिक शांति और आनंद पाने का पहला सूत्र है। इस अवसर पर डॉ मुनि शांतिप्रिय सागर ने श्रद्धालुओं को सुखी जीवन के मंत्र दिए। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। रविवार को सुबह 9 बजे संत चंद्रप्रभ महाराज युवा पीढ़ी के संस्कार निर्माण और व्यक्तित्व विकास के लिए प्रवचन देंगे।