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Double Decker Bus Crash: दिल दहला देने वाला हादसा: आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर बस पलटी, तीन की मौत, दर्जनों यात्री गंभीर घायल

Agra Lucknow Expressway Accident: आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर अरौल थाना क्षेत्र में मंगलवार तड़के डबल डेकर बस के पलटने से बड़ा हादसा हो गया। दिल्ली से बिहार जा रही बस अचानक अनियंत्रित होकर मोड़ पर पलट गई। हादसे में तीन यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दो दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं।

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आगरा–लखनऊ एक्सप्रेसवे पर भीषण हादसा (फोटो सोर्स : Whatsapp News Group )

आगरा–लखनऊ एक्सप्रेसवे पर भीषण हादसा (फोटो सोर्स : Whatsapp News Group )

Double-Decker Bus Overturns on Agra-Lucknow Expressway: आगरा–लखनऊ एक्सप्रेसवे पर मंगलवार तड़के हुए सड़क हादसे ने एक बार फिर तेज रफ्तार और लापरवाही की मिली जुली आशंका को सामने रख दिया है। दिल्ली से बिहार जा रही एक डबल डेकर बस अरौल थाना क्षेत्र के मोड़ के पास अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसा इतना भयावह था कि बस के परखच्चे उड़ गए और अंदर बैठे कई यात्री फंस गए। दुखद रूप से तीन यात्रियों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि दो दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं। इनमें 15 की हालत गंभीर बताई जा रही है।

तड़के सुबह हुआ दर्दनाक हादसा

मंगलवार को भोर के समय लगभग 4 बजे यह हादसा अरौल थाना क्षेत्र में उस समय हुआ, जब बस आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के एक मोड़ पर पहुंची। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, कम रोशनी और नींद के झोंके में चालक का बस पर नियंत्रण टूट गया, जिससे बस पहले डिवाइडर से टकराई और फिर सड़क के किनारे पलट गई। यात्रियों के अनुसार तेज आवाज के साथ बस हिचकोले खाते हुए दो बार पलटी और फिर साइड में जा रूकी। हादसे की तीव्रता ऐसी थी कि बस का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और इसके शीशे, सीटें व सामान सड़क पर बिखर गए। मौके पर मौजूद कुछ यात्रियों ने बताया कि बस तेज गति से चल रही थी और मोड़ पर चालक अचानक ब्रेक लेता दिखा, जिसके बाद बस अनियंत्रित हो गई।

चीख-पुकार और अफरातफरी का माहौल

बस पलटने के तुरंत बाद अंदर सवार यात्रियों में भगदड़ और चीख-पुकार मच गई। कई लोग सीटों के बीच फंस गए थे, कुछ खिड़कियों से बाहर फेंक दिए गए। हादसे की आवाज सुनकर आसपास के लोग और एक्सप्रेसवे सुरक्षा टीम मौके पर दौड़कर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया। कुछ लोगों ने मोबाइल फोन की टॉर्च जलाकर शीशे तोड़कर घायलों को बाहर निकाला। हादसे के तुरंत बाद एक्सप्रेसवे एम्बुलेंस और पुलिस की टीमें भी पहुंच गईं।

15 गंभीर घायलों को हैलट अस्पताल रेफर

घटना की सूचना मिलते ही अरौल थाना पुलिस और एक्सप्रेसवे सुरक्षा दल मौके पर पहुँचे। घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए पहले पास के सीएचसी बिल्हौर भेजा गया। वहाँ से गंभीर हालत वाले 15 यात्रियों को बेहतर इलाज के लिए तत्काल कानपुर के हैलट अस्पताल रेफर किया गया। डॉक्टरों का कहना है कि कई यात्रियों को सिर, रीढ़ और पैर में गंभीर चोटें हैं। कुछ की हालत नाज़ुक बनी हुई है, जिन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया है।

तीन यात्रियों की मौत, शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए

हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस ने तीनों शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं। मृतकों की पहचान की प्रक्रिया जारी है। यात्रियों के पास मिले बैग, टिकट और मोबाइल नंबरों की सहायता से परिजनों से संपर्क साधा जा रहा है। घटना में मरने वाले सभी यात्री बिहार के विभिन्न जिलों के निवासी बताए जा रहे हैं, हालांकि आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है।

चालक की लापरवाही या तकनीकी खराबी? जांच जारी

पुलिस और एक्सप्रेसवे प्रशासन ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है। शुरुआती संकेत चालक की नींद या रफ्तार को जिम्मेदार मान रहे हैं, लेकिन बस में तकनीकी खराबी या स्टेयरिंग फेल की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा रहा है। बस किस परिवहन कंपनी की थी और इसके मेंटेनेंस की स्थिति क्या थी, इसके दस्तावेज भी खंगाले जा रहे हैं। परिवहन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंचकर साक्ष्य एकत्र कर रही है।

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर हादसों का सिलसिला जारी

यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश का सबसे व्यस्त मार्गों में से एक है, जहाँ हर दिन हजारों वाहन गुजरते हैं। तेज रफ्तार और रात के समय कम ट्रैफिक के कारण इस मार्ग पर हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछले एक वर्ष में इसी एक्सप्रेसवे पर कई बड़े हादसे हुए हैं जिनमें कई यात्रियों की जान चली गई। अक्सर देखा गया है कि यात्री बसें लंबी दूरी के कारण लगातार चलती रहती हैं और ड्राइवरों को पर्याप्त विश्राम नहीं मिलता। नींद लगना ऐसे हादसों का मुख्य कारण माना जाता है।

यात्रियों ने बताई हादसे के डरावने पल

घायल होकर अस्पताल पहुंचे कुछ यात्रियों ने बताया कि बस में 60 से अधिक लोग सवार थे। अधिकांश लोग नींद में थे जब अचानक जोरदार झटका लगा। कुछ यात्रियों को बस के नीचे से निकालना पड़ा। कई लोग अपनी सीटों से उछलकर नीचे गिर गए। बच्चों और महिलाओं की चीखें दूर तक सुनाई दे रही थीं। एक घायल यात्री ने बताया, “ड्राइवर तेज गति से बस चला रहा था। जैसे ही मोड़ आया, बस सीधे पलट गई। हमारे ऊपर सीटें और सामान गिर गया। हम बाहर नहीं निकल पा रहे थे।

स्थानीय प्रशासन की सराहना, समय पर पहुंचा राहत दल

हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम 15 मिनट के भीतर मौके पर पहुंच गई, जिससे कई घायल यात्रियों की जान बच सकी। दो एम्बुलेंस तुरंत मौके पर पहुंचीं, और बाद में छह और एम्बुलेंस भेजी गईं।एसडीएम बिल्हौर, अरौल थानाध्यक्ष, और एक्सप्रेसवे की क्विक रिस्पॉन्स टीम ने मौके पर रहकर रेस्क्यू कार्य संभाला। यात्रियों के सामान को भी सुरक्षित पुलिस चौकी में जमा कराया गया है।

परिवारों में मचा कोहराम, हेल्पलाइन नंबर जारी

मृतकों और घायलों के परिजनों को सूचना देने के लिए पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। दिल्ली और बिहार में स्थित यात्रियों के घरों को सूचना भेजी जा रही है। हादसे में घायल यात्रियों के परिजनों को कानपुर आने के लिए प्रशासन द्वारा सहायता मुहैया कराई जा रही है।