
सीएम से मिले किसान
सांसद पाटिल पर वादा खिलाफी का आरोप लगा किसान निकाल रहे थे शवयात्रा, 64 गांवों में प्रदर्शन की चेतावनी से सक्रिय हुआ संगठन
सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल के वादा खिलाफ से नाराज किसानों के शवयात्रा और 64 गांवों में प्रदर्शन के अल्टीमेटम के बाद भाजपा संगठन एक्शन मोड पर आया। सीएम हाउस से सोमवार रात 11.30 बजे फोन आने पर खंडवा, पंधाना और मांधाता विधायक सक्रिय हुए। रातो-रात ही किसानों से चर्चा की और विधायक अपने वाहनों से 16 किसान प्रतिनिधियों को लेकर भोपाल पहुंचे। दोपहर ढाई बजे मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने किसान प्रतिनिधियों से 15 मिनट तक चर्चा की। मुख्यमंत्री ने किसानों को दिलासा दिलाया कि कलेक्टर से चर्चा कर जल्द समस्या दूर करेंगे। इस, दौरान सांसद पाटिल भी पहुंच गए थे।
प्याज का बंपर उत्पादन होने पर बाजार में भाव 5 से 8 रुपए क्विंटल मिलने से लागत निकलना मुश्किल हो गया। किसान निर्यात खोले जाने और भाव 25 रुपए किलो दिलाए जाने मांग की। जिला प्रशासन और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के सामने बात रखी। किसी ने एक नहीं सुनी तो वह नाराज हो गए। स्वतंत्र जन आंदोलन के तहत किसानों ने 15 नवंबर को रेल रोकने टिगरिया में सभा की। मौके पर सांसद, विधायक अफसरों के साथ पहुंचे।
सांसद ने किसानों से वादा किया कि प्रतिनिधि मंडल को मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मिलाएंगे। तीन दिन का वादा छह दिन बीत गए। नाराज किसानों ने 7 वें दिन 22 नवंबर को टिगरिया में सांसद की शव यात्रा निकाली। मुंडन कराकर विरोध किया। बात नहीं बनी और सांसद के बयान पर किसान भड़क गए। 23 नवंबर को सुरगांव जोशी में दोबारा अर्थी निकाली।
किसानों ने अल्टीमेटम दिया कि 64 गांवों में हर रोज किसान सांसद की अर्थी निकालेंगे। किसानों के असंतोष की चिंगारी राजनीतिक गलियों में से भोपाल पहुंची। एक्शन मोड में आई सरकार ने तुरंत विधायक, सांसद से किसानों के प्रतिनिधि मंडल को भोपाल बुलवा लिया। सीएम से मुलाकात के दौरान सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, विधायक नारायण पटेल, कंचन तनवे और छाया मोरे व जिला अध्यक्ष राजपाल सिंह तोमर व अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
Published on:
26 Nov 2025 11:41 am
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