
कटघोरा विधानसभा क्षेत्र में 50 फीसदी (photo source- Patrika)
SIR Form: वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) में कोरबा विधानसभा की स्थिति ठीक नहीं है। एसआईआर के फार्म समय पर अपलोड नहीं होने से कोरबा विधानसभा की स्थिति सबसे खराब है। इससे कोरबा विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग अफसर दबाव में हैं। उन्होंने फार्म को अपलोड करने के लिए बीएलओ पर दबाव बढ़ा दिया है। आधा दर्जन से अधिक बीएलओ को नोटिस देकर फार्म कम अपलोड होने का कारण पूछा गया है।
रिटर्निंग अफसर के नोटिस को बीएलओ पर दबाव डालने से जोड़कर देखा जा रहा है। इसी कड़ी में सोमवार की शाम कोरबा तहसील कार्यालय में विधानसभा की कोरबा सीट पर कार्य करने वाले सभी सुपरवाइजर व बीएलओ की एक बैठक बुलाई गई। इसमें बीएलओ के कार्यों की समीक्षा हुई। एक-एककर कारण पूछा गया है? एसआईआर फार्म को बिना देरी किए अपलोड करने कहा गया। साथ ही मृत मतदाताओं के नाम सूची से काटने के लिए कहा गया।
पता बदलने वाले वोटर के नाम को भी सूची से विलोपित करने का निर्देश दिया गया। वर्ष 2025 की सूची के अनुसार, कोरबा विधानसभा में दो लाख 36 हजार 511 वोटर है। इसी सूची के आधार पर कोरबा सीट पर एसआईआर शुरू हुआ है। अभी तक बीएलओ दो 61 हजार 356 वोटर तक पहुंच चुके हैं।
एसआईआर के लिए गणना पत्रक वोटर को दे चुके हैं। लेकिन इस पत्रक को भरकर लौटाने में वोटर देरी कर रहे हैं। इससे गणना पत्रक के डिजिटाइजेशन का कार्य कोरबा विधानसभा में पिछड़ गया है। सोमवार तक 89 हजार 581 वोटर के गणना पत्रक को ही बीएलओ ऐप के जरिए चुनाव आयोग की बेवसाइट पर अपलोड किया गया है। कुल वितरित गए फार्म का करीब 34 फीसदी है। गणना का डिजिटाइजेशन कटघोरा, पाली तानाखार और रामपुर सीट की तुलना में बहुत कम है। यही कोरबा विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है। इसमें तेजी लाने के लिए रिटर्निंग ऑफिसर की ओर से सभी बीएलओ पर दबाव डाला जा रहा है।
SIR Form: निगम आयुक्त आशुतोष पांडे व एसडीएम सरोज महिलांगे ने नगर पालिक निगम कोरबा क्षेत्र स्थित सीतामणी क्षेत्र के विभिन्न वार्डों के मतदान केन्द्रों 219, 156 में पहुंचकर एसआईआर गतिविधियों में लगे बीएलओ, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिनों व उपस्थित मतदाताओं से संपर्क कर कार्यो के संबंध में आवश्यक जानकारी ली।
निरीक्षण के दौरान आयुक्त पांडे ने एसआईआर फार्म में किसी प्रकार की कठिनाई आने पर बूथ केन्द्र में लगे बीएलओ व उनके सुपरवाइजर से संपर्क कर अपना एसआईआर फार्म में आवश्यकतानुसार जानकारी व आवश्यक डाटा संबंधित को उपलब्ध करावें ताकि एसआईआर फार्म भरने में त्रुटिरहित कार्यों का संपादन कराया जा सके।
एसआईआर में कोरबा के पिछड़ने का बड़ा कारण समय पर गणना पत्रका का नहीं लौटाना है। कोरबा क्षेत्र में अलग- अलग राज्यों के वोटर रहते हैं। कई वोटर शहर छोड़कर चले गए हैं। वे नहीं मिल रहे हैं। महिलाएं की एक बड़ी आबादी अपने माता पिता से संबंधित दस्तावेज पेश नहीं कर सक रही हैं। दस्तावेज एकत्र कर रहे हैं। इससे देरी हो रही है। कई क्षेत्र में बीएलओ डोर-डोर जाकर फार्म वापस भी नहीं ले रहे हैं।
कोरबा विधानसभा में कुल गणना पत्रक का 34 फीसदी डिजिटाइजेशन हुआ है। वहीं कटघोरा विधानसभा की स्थित कोरबा से बेहतर है। इस सीट पर 50 फीसदी से अधिक गणना पत्रक को अपलोड करने का काम पूरा कर लिया गया है। कटघोरा विधानसभा में दो लाख 18 हजार 483 वोटर है। इसमें से दो लाख 17 हजार 203 वोटर तक गणना पत्रक को पहुंचाने का काम पूरा हो गया है। इसमें से भरा हुआ एक लाख 10 हजार 28 गणना पत्रक आयोग को प्राप्त हुए है। इसे डिजिटाइजेशन भी कर दिया गया है।
SIR Form: कोरबा विधानसभा सीट पर डिजिटाइजेशन का कार्य पॉश कॉलोनियों में सबसे कम हुआ है। रविशंकर, महाराणा प्रताप नगर, कोसाबाड़ी, राजेन्द्र प्रसाद में सबसे कम है। स्मल बस्तियों में भी भर हुआ एसईआर फार्म वोटर जमा करने में देरी कर रहे हैं। इससे कार्य में देरी हो रही है।
वहीं रामपुर विधानसभा क्षेत्र में 70 फीसदी से अधिक गणना पत्रक को ऑनलाइन कर दिया गया है। इसका बड़ा कारण समय पर एसआईआर का फार्म का वोटर द्वारा लौटाया जाना है।
Published on:
25 Nov 2025 04:41 pm
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