
SP Vinod Meena
SP Vinod Meena actions: मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में थाना प्रभारियों (टीआई) पर रुपए लेने के आरोप लगे हैं, जिससे जिले और पुलिस—दोनों की छवि खराब हुई है। ऐसे में मंदसौर एसपी विनोद मीना अब रोस्टर सिस्टम पर काम कर रहे हैं, ताकि इस तरह के आरोप न लगें और थानों में थाना प्रभारी से लेकर चौकी प्रभारी तक बेहतर काम कर सकें। यदि यह सिस्टम लागू होता है तो इसके तहत थाना प्रभारियों को तीन माह के भीतर दूसरे थाने में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
मंदसौर एसपी विनोद मीना यदि जिले में यह रोस्टर सिस्टम लागू करते हैं तो मंदसौर प्रदेश का पहला जिला होगा जहां यह सिस्टम लागू होगा। इस सिस्टम के लागू होने के बाद जहां एक ओर अच्छा काम न करने वाले टीआई का थाना तीन महीने में बदल दिया जाएगा, वहीं अच्छा काम करने वाले टीआई थाने में लंबे समय तक काम कर पाएंगे। जिले में रोस्टर सिस्टम से और भी कई फायदे होंगे। इस सिस्टम के कारण थाना प्रभारियों के बीच अपने-अपने थाना क्षेत्र में बेहतर काम करने की प्रतिस्पर्धा होगी। संभावना ये भी है कि इस सिस्टम से राजनीतिक हस्तक्षेप भी कम होगा और पुलिस विभाग द्वारा चलाए जा रहे अभियानों में और बेहतर परिणाम आएंगे। एसपी विनोद मीना का कहना है कि रोस्टर सिस्टम अच्छा सिस्टम है। इस पर विचार किया जा रहा है। इसके फायदे और नुकसान के आंकलन के बाद इस पर बेहतर तरीके से काम किया जाएगा।
मंदसौर जिले में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी सबसे अधिक होती है। कई बार तस्करों से पुलिस अधिकारियों से लेकर पुलिसकर्मियों की सांठ-गांठ भी खुले रूप से सामने आई है। हाल ही में तस्करों से रुपए लेन-देन के मामले उजागर हुए हैं। जिसके बाद तत्कालीन थाना प्रभारी धर्मेंद्र शिवहरे, उपनिरीक्षक अविनाश सोनी, प्रधान आरक्षक दिलीप बघेल और एक आरक्षक को निलंबित किया गया। इसके बाद दलौदा थाने के तत्कालीन थाना प्रभारी मनोज गर्ग पर भी लेन-देन के आरोप लगे, जिसके बाद उन्हें लाइन अटैच किया गया। भानपुरा थाना प्रभारी आरसी डांगी पर भी शराब के मामले में आरोपियों को फायदा पहुँचाने के आरोप लगे, जो जांच में सिद्ध हुए हैं। हालांकि उन पर कार्रवाई होना अभी बाकी है।
Updated on:
23 Nov 2025 03:39 pm
Published on:
23 Nov 2025 03:37 pm
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