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बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान की Y-श्रेणी की सुरक्षा हटी, पूर्व विधायक ने कहा- मेरी जान को खतरा है

Zeeshan Siddique Security: एनसीपी नेता ने कहा है कि खतरा अभी भी बना हुआ है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि प्रशासन उनकी मांग पर विचार करेगा और सुरक्षा बहाल की जाएगी।

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मुंबई

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Dinesh Dubey

Nov 23, 2025

Zeeshan Siddique with Ajit Pawar

अजित पवार और जीशान सिद्दीकी (Photo: IANS/File)

एनसीपी नेता व पूर्व विधायक जीशान सिद्दीकी की Y-श्रेणी सुरक्षा सरकार ने वापस ले ली है। महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) की हत्या के बाद उनके बेटे जीशान को Y-श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। अब सुरक्षा हटाने के बाद जीशान ने गंभीर चिंता जताते हुए मुंबई पुलिस आयुक्त को पत्र लिखा है।

जीशान ने अपने पत्र में कहा कि सुरक्षा कटौती से उनके परिवार की सुरक्षा को बड़ा खतरा पैदा हो गया है। उनके मुताबिक अब उनके घर पर केवल दो पुलिस कॉन्स्टेबल तैनात हैं, और यह व्यवस्था पूर्व के खतरे को देखते हुए बिल्कुल पर्याप्त नहीं है। इस तरह की सीमित सुरक्षा उनके लिए किसी भी तरह से सुरक्षित माहौल नहीं बना सकती।

जीशान सिद्दीकी के मुताबिक, पहले Y-श्रेणी सुरक्षा में उनके साथ 8 से 11 सशस्त्र जवान तैनात रहते थे। इसके अलावा सुरक्षित वाहन, एस्कॉर्ट टीम लगातार मौजूद रहती थी। इस सुरक्षा व्यवस्था की वजह से उनकी आवाजाही नियंत्रित और सुरक्षित रहती थी। अब पूरी सुरक्षा अचानक हटाये जाने के बाद उन्हें और उनके परिवार को असुरक्षित महसूस हो रहा है।

जीशान का कहना है कि संभावित खतरा आज भी बरकरार है। इसलिए सुरक्षा कम करना एक गलत और जल्दबाजी में लिया गया फैसला है। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया है कि इस निर्णय पर दोबारा विचार किया जाए और पहले जैसी या उसी स्तर की सुरक्षा वापस दी जाए।

भारत में वाई-श्रेणी सुरक्षा को मध्यम स्तर की सुरक्षा माना जाता है। यह उन लोगों को दी जाती है जिनके बारे में पुलिस प्रशासन के पास कम से मध्यम स्तर का खतरे का इनपुट होता है। हालांकि किसी की सुरक्षा बढ़ाने या कम करने का निर्णय हमेशा थ्रेट असेसमेंट रिपोर्ट पर आधारित होता है। विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां संबंधित व्यक्ति के खतरे का विश्लेषण करती हैं और उसी आधार पर सुरक्षा श्रेणी तय की जाती है। इसलिए सुरक्षा में बदलाव अपने आप में एक गंभीर और संवेदनशील मामला माना जाता है।

गौरतलब हो कि 66 वर्षीय एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर 2024 को मुंबई के बांद्रा (पूर्व) के निर्मल नगर इलाके में उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के बाहर तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसमें से दो शूटरों को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया था और मुख्य शूटर मौके से भागने में कामयाब रहा। उसे बाद में क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया। इस हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग (Lawrence Bishnoi Gang) ने ली थी। लॉरेंस गिरोह से जुड़े कथित शूटरों ने पूछताछ में बताया था कि जीशान भी उनके निशाने पर थे। इसके बाद जीशान की सुरक्षा बढ़ाई गई थी।