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एक गोत्र, एक वेश-भूषा: 500 से अधिक तेजा भक्तों का पैदल संघ खरनाल रवाना

खजवाना (नागौर). आस्था, परम्परा और अनुशासन का अनूठा उदाहरण पेश करते हुए रविवार को मूण्डवा पंचायत समिति के ढाढरिया कलां गांव से मण्डा परिवार के 500 से अधिक तेजा भक्तों का पैदल संघ खरनाल के लिए रवाना हुआ।

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तेजा भक्त खरनाल रवाना होते हुए।

- डीजे के साथ तेजागायन की धुन पर झूमते रहे मण्डा परिवार के लोग

- खजवाना में चार जेसीबी मशीन से ग्रामीणों ने की पुष्पवर्षा

- पौह धाम महंत रामनिवासदास महाराज ने दिखाई हरी झण्डी

खजवाना(नागौर). आस्था, परम्परा और अनुशासन का अनूठा उदाहरण पेश करते हुए रविवार को मूण्डवा पंचायत समिति के ढाढरिया कलां गांव से मण्डा परिवार के 500 से अधिक तेजा भक्तों का पैदल संघ खरनाल के लिए रवाना हुआ।

गौरतलब है कि यह इस गौत्र के लोगों का यह पैदल यात्रा संघ लगातार तीसरी बार खरनाल गया है। हाथों में ध्वज पताकाएं लिए युवा जोश से आगे बढ रहे थे। बुजुर्ग लोगों के लिए सजे हुए ट्रेलर पर आरामदायक सोफों की व्यवस्था की गई। जातरूढाढरिया खुर्द, छीलरा, खजवाना, मूण्डवा, नागौर होते हुए तेजादशमी की पूर्व संध्या पर खरनाल पहुंचेंगे। रात्रि जागरण का आनन्द लेने के बाद सुबह तेजाजी महाराज को धोक लगाकर खुशहाली की कामना करेंगे।

संतों ने किया हरी झण्डी दिखाकर रवाना

दादूपंथी पौह धाम के महन्त रामनिवास दास महाराज ने हरी झण्डी दिखा तेजाजी के जयकारे के साथ संघ को रवाना किया। महिलाओं ने मंगल गीत गाए। पुरुष छतरी हाथ में लेकर जमकर नाचे। बच्चे, युवा और बुजुर्ग सहित महिलाओं में उत्साह था।

हम साथ-साथ का संदेश

इस पैदल यात्रा संघ की खास बात यह रही कि इस संघ में हिस्सा लेने वाले सभी भक्त मण्डा गौत्र के हैं, इनका परिधान भी पारंपरिक वेश-भूषा में धोती-कुर्ता, सिर पर साफा और पैरों में जूती में भी एकरूपता रही,जो ‘हम साथ-साथ हैं’ का संदेश दे रहे थे। इस संघ को देखने के लिए काफी संख्या में ग्रामीण उमड़े।

क्रेन व जेसीबी से पुष्पवर्षा

पैदल यात्रियों के इस विशाल समूह की रवानगी के समय गांव में चार क्रेन मशीनों से तथा खजवाना बस स्टेण्ड पर चार जेसीबी मशीनों से पुष्पवर्षा कर तेजा भक्तों का स्वागत किया गया। समाजसेवी लोगों ने कई जगह जलपान की व्यवस्था की। डीजे की धुन पर वीर तेजाजी के भजनों और तेजा गायन पर झूमते जातरुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था।