
दिल्ली पुलिस (प्रतीकात्मक तस्वीर)
Delhi Police: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक और मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। पकड़े गए आरोपी देश भर के 6 स्थानों पर ग्रेनेड से हमले की साजिश रच रहे थे। आरोपी ISI समर्थित पाकिस्तानी हैंडलर शहजाद भट्टी के संपर्क में थे। वह दिल्ली, पंजाब और उत्तर प्रदेश में हमले की योजना बना रहे थे। वहीं, एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी हैंडलर शहजाद भट्टी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई को भी मारना चाहता था।
अमेरिका से प्रत्यर्पित किए गए अनमोल बिश्नोई ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी समर्थित ISI हैंडलर व गैंगस्टर भट्टी से अपनी जान का खतरा बताया है। बिश्नोई ने कोर्ट में सुरक्षा याचिका दायर की है। जिसमें कहा गया है कि भट्टी उस पर हमला करवा सकता है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को उनके मोबाइल से रैकी किए गए शहरों की फुटेज मिली है। इनमें पंजाब के तीन जगह, यूपी के दो और दिल्ली में एक जगह हमले की योजना थी। इस खुलासे के बाद तीनों राज्यों में पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने संयुक्त रूप से ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू कर दी है।
ISI सर्मथित हैंडलर पाकिस्तान में बैठकर सोशल मीडिया के जरिए भारतीय युवाओं को अपने निशाने पर लेता था। उनकी जरूरतों का फायदा उठाकर वह गैंगस्टर्स से लेकर आतंकवाद के रास्ते में उन्हें झोंक देता था। पुलिस ने कहा कि भट्टी और उसके साथी पहले पैसे कमाने का झांसा देते, फिर छोटे-छोटे काम देकर उन्हें अपने नेटवर्क में शामिल कर लेते थे। उन्हें टारगेट की रेकी, हथियारों की डिलीवरी, ठिकानों की तलाश और हमले की योजना का हिस्सा बनाया जाता था। दिल्ली पुलिस की पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है। पुलिस ने कहा कि इस मॉड्यूल से जुड़े दो से तीन सदस्य अभी भी फरार हैं, जिनकी तलाश तेज कर दी गई है।
दिल्ली पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों में से एक फिरोजपुर के कोहाला गांव निवासी हरगुनप्रीत सिंह ऊर्फ गुरकरणप्रीत 12वीं पास है। वह अपने दोस्त के जरिए भट्टी के संपर्क में आया था। पैसों की लालच के चलते वह गुरदासपुर पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड से हमला करने को भी तैयार हो गया। वह 25 नवंबर की शाम को उसने सिटी पुलिस स्टेशन के बाहर ग्रेनेड फेंका, जबकि उसका साथी मोटरसाइकिल चलाता रहा। पुलिस का मानना है कि इस हमले के जरिए मॉड्यूल अपनी सक्रियता साबित करना चाहता था, ताकि भट्टी को पाकिस्तान से और फंडिंग मिल सके।
वहीं, यूपी के बिजनौर का रहने वाला आसिफ भी ढाई महीने पहले ही भट्टी के संपर्क में आया था। भट्टी ने उसे पहले ग्राउंड ऑपरेटर्स के वीडियो भेजे फिर पंजाब में ग्रेनेड से हमले का टास्क दिया। एमपी के दतिया का रहने वाला 24 वर्षीय विकास प्रजापति उर्फ बेटू इंद्रगढ़ की अनाज मंडी में मजदूरी करता था। इंस्टा पर भट्टी की गैंगस्टर वाली छवि से प्रभावित होकर वह उससे जुड़ गया। भट्टी ने उसे भी ग्रेनेड व हथियार मुहैया कराए थे। इसके बाद विकास ने गुरदासपुर सिटी पुलिस स्टेशन और अमृतसर टाउन हॉल पुलिस स्टेशन की रेकी की थी। जिसके वीडियो भट्टी को भेजे थे।
Published on:
01 Dec 2025 06:42 am
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