
स्कूलों की छुट्टी (Image: Freepik)
24 नवंबर 2025 को देशभर में गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस अवसर पर कई राज्यों में छुट्टी का ऐलान किाय गया है। गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान दिवस पर स्कूल, बैंक और सरकारी दफ्तरों में छुट्टी रहेगी। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और उत्तराखंड सहित कई राज्यों में प्रशासन ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है।
शहीदी दिवस के मौके पर देशभर के कई राज्यों में सरकारी और निजी स्कूलों में अवकाश रहेगा। दिल्ली सरकार ने सभी स्कूलों को 24 नवंबर तक बंद रखने का निर्देश दिया है। पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में भी स्कूलों में छुट्टी रहेगी। इस दौरान शैक्षणिक संस्थानों में शैक्षणिक व प्रशासनिक कार्य नहीं होगा। 24 नवंबर को सोमवार पड़ रहा है। लिहाजा, रविवार यानी 23 नवंबर को मिलाकर 2 दिनों की छुट्टी रहेगी। इसके साथ ही, जिन दफ्तरों में 2 दिन अवकाश रहता है, वहां के कर्मचारियों के लिए तीन दिन का लंबा वीकेंड होगा। 24 नवंबर को सावर्जनिक अवकाश देखते हुए परीक्षाएं स्थगित करने का भी निर्णय लिया गया है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के हॉलिडे कैलेंडर 2025 के अनुसार, गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस को लेकर कई राज्यों में बैंकों में भी अवकाश रहेगा। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़ और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों में सभी सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंक 24 नवंबर को बंद रहेंगे। ग्राहकों को सलाह दी गई है कि वे महत्वपूर्ण बैंकिंग कार्य 22 नवंबर तक निपटा लें, क्योंकि सोमवार को शाखाओं में नकद लेनदेन, डिमांड ड्राफ्ट और चेक क्लीयरेंस जैसी सेवाएं बंद रहेंगी। हालांकि, एटीएम, मोबाइल बैंकिंग और इंटरनेट बैंकिंग सेवाएं सामान्य रूप से उपलब्ध रहेंगी, ताकि लोगों को दैनिक वित्तीय लेनदेन में परेशानी न हो।
राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों ने इस अवसर पर सभी सरकारी कार्यालयों में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में सभी मंत्रालय, सरकारी विभाग, न्यायालय, निगम कार्यालय और स्थानीय निकायों में कार्य स्थगित रहेगा। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ जिलों में भी स्थानीय प्रशासन ने 24 नवंबर को स्थानीय अवकाश घोषित किया है।आवश्यक सेवाएं जैसे पुलिस, अस्पताल, परिवहन, बिजली और जल आपूर्ति सामान्य रूप से संचालित होंगी।
अवकाश के कारण इस दिन देशभर के गुरुद्वारों में कीर्तन, अरदास और लंगर सेवा आयोजित की जाएगी। दिल्ली के चांदनी चौक स्थित गुरुद्वारा शीश गंज साहिब, अमृतसर का स्वर्ण मंदिर, आनंदपुर साहिब और पटना साहिब में हजारों श्रद्धालु गुरुजी के बलिदान को नमन करने पहुंचेंगे।
गुरु तेग बहादुर जी के त्याग को याद करते हुए श्रद्धालु मानवता, शांति और धार्मिक स्वतंत्रता का संदेश देंगे।गुरु तेग बहादुर जी सिखों के नौवें गुरु थे, जिन्होंने 1675 में मुगल शासक औरंगजेब के धार्मिक अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाई थी। उनका बलिदान भारतीय इतिहास में धार्मिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों की रक्षा का प्रतीक बन गया।
Published on:
18 Nov 2025 06:40 am
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