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प्याज के दाम लुढ़के, लागत तक न निकलने से किसान नाराज, पशुओं से चरवा रहे फसल

Onion Prices Plummet : नीमच कृषि उपज मंडी प्रदेश के बड़ी मंडियों में शामिल होकर ए-ग्रेड मंडी है। यहां लहसुन-प्याज के मामले में देश और प्रदेश में एक अलग ही पहचान है। मंडी में प्याज की औसत आवक जारी है, फिर भी यहां प्याज 2 से 15 रुपए किलो के भाव से बिक रहा है।

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Onion Prices Plummet

नीमच में प्याज के दाम लुढ़के (Photo Source- Patrika)

Onion Prices Plummet :मध्य प्रदेश के नीमच जिले में प्याज के दाम तेजी से लुढ़कने से क्षेत्र के किसानों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है। हालात ये हैं कि, यहां प्याज की कीमत इतने निम्न स्तर पर जा पहुंची है कि, किसान लागत की रकम तक नहीं निकाल पा रहे हैं। फसल पर हो रहे भारी नुकसान से नाराज एक किसान ने अपने खेत में खड़ी प्याज की फसल को रोटावेटर से हंकवा दिया जबकि, दूसरे किसान ने अपनी तैयार फसल पर पशुओं को चरने छोड़ दिया।

किसानों का कहना है कि प्याज की फसल के दाम बेहद कम है, इसके कारण फसल का लागत मूल्य निकालना भी मुश्किल हो रहा है। ऐसे में अब उसपर और लागत लगाकर बाजार तक लाने से अच्छा है कि, उसे खेत में ही नष्ट कर दिया जाए, ताकि और बड़े नुकसान से बचा जा सके।

2 से 15 रुपए बिक रही प्याज

कृषि उपज मंडी नीमच प्रदेश के बड़ी मंडियों में शामिल होकर ए-ग्रेड की मंडी है। मंडी की लहसुन और प्याज के मामले में देश और प्रदेश में एक अलग ही पहचान है। साथ ही, जिले में लहसुन और प्याज की पैदावार भी अधिक होती है। मंडी में इन दिनों प्याज की औसत आवक हो रही है, लेकिन इसके बावजूद मंडी में प्याज 2 से 15 रुपए किलो के भाव से बिक रहा है। क्विंटल में आकलन करें तो मंडी में प्याज 200 से 1500 रुपए प्रति क्विंटल से मान से बिक रहा है।

यहां भी हालात खराब

सब्जी मंडी में खेरची में भी प्याज के दाम 10 से 20 रुपए किलो बने हुए हैं। प्याज के दामों में गिरावट से जिले के किसानों के सामने प्याज की फसल का लागत मूल्य निकाल पाना भी मुश्किल हो रहा है और किसान इसे लेकर अनूठे तरीके से विरोध भी दर्ज करा रहे हैं।

किसानों में नाराजगी

दो दिन पहले जिले की जीरन तहसील के ग्राम कराड़िया महाराज के कृष्णपाल सिंह राणावत ने अपने खेत में खड़ी प्याज की फसल को रोटावेटर से हंकवा दिया और खेत को नई फसल के लिए तैयार कर लिया। वहीं, नीमच तहसील के ग्राम रावतखेड़ा के विशाल सिंह पुत्र रतन सिंह ने खेत में प्याज की फसल में पशु चरा दिए और प्याज की फसल का उपयोग पशुओं का पेट भरने में किया। दोनों ही किसानों ने ये कदम प्याज के दाम बेहद कम मिलने पर उठाया। इसी तरह जिले के अन्य क्षेत्रों में प्याज के दाम कम मिलने से किसानों में नाराजगी का माहौल है। किसान प्याज के दाम पर खून के आंसू बहा रहे हैं।

एक निगाह में प्याज की आवक और दाम

दिन-आवक-दाम-माडल दाम

-17 नवंबर-2805-311 से 1245-600

-19 नवंबर-1525-300 से 1161-550

-20 नवंबर-1589-315 से 1135-680

-21 नवंबर-1608-295 से 1316-700

जानकारी- कृषि उपज मंडी कार्यालय नीमच से प्राप्त। प्याज के दाम न्यूनतम से अधिकतम रुपए प्रति क्विंटल की दर से दर्शाए गए हैं।

क्या कहते हैं किसान?

जयसिंहपुरा के रहने वाले अमोल पाटीदार का कहना है कि, मंडी और बाजार में प्याज के दाम नहीं मिल रहे। किसानो के सामने प्याज के फसल का लागत मूल्य निकालना मुश्किल है। ऐसे तो किसान बर्बाद हो जाएगा।

जयसिंहपुरा के ही मोहन पाटीदार का कहना है कि, वर्षा की अधिकता और बेमौसम बारिश के साथ बीमारियों ने सोयाबीन की फसल वैसे ही बर्बाद कर दी थी। अब जैसे-तैसे प्याज की फसल लगाई, लेकिन अब इसके दाम भी सही नहीं मिल रहे। किसान मुसीबत में हैं।

क्या कहते हैं जिम्मेदार?

वहीं, दूसरी तरफ नीमच कृषि उपज मंडी के निरीक्षक समीर दास का कहा है कि, प्याज की मांग कम होने से प्याज के दाम इन दिनों घटे हैं। बेमौसम बारिश के बाद से मंडी में प्याज की आवक भी सामान्य बनी हुई है। मंडी में उपज के दाम बाजार में मांग और आवक के अनुसार व्यापारी तय करते हैं, इनपर किसी का नियंत्रण नहीं रहता।