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नोएडा में IGL गैस पाइप लाइन लीक, आसपास फैली गंध, फायर विभाग ने संभाली कमान

नोएडा में भूमिगत खुदाई के दौरान इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) की मुख्य गैस पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई और गैस लीक होने लगी। पूरे इलाके में गंध फैल गई। अग्निशमन विभाग ने स्थिति को काबू किया।

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नोएडा में IGL गैस पाइप लाइन में लीक, PC- IANS

नोएडा। नोएडा के थाना सेक्टर-39 क्षेत्र के सेक्टर-98 स्थित स्काईमार्क बिल्डिंग के पास मंगलवार दोपहर उस समय हड़कंप मच गया, जब भूमिगत खुदाई के दौरान इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) की मुख्य गैस पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई और गैस लीक होने लगी। कुछ ही देर में आसपास के इलाके में तीखी गैस की गंध फैल गई, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस और फायर विभाग को दी। अगर समय रहते नियंत्रण न किया जाता तो यह घटना किसी बड़े हादसे का रूप ले सकती थी।

सूचना मिलते ही आईजीएल विभाग के अधिकारी और तकनीकी टीम तुरंत मौके पर पहुंची। गैस पाइपलाइन में हो रहे रिसाव को नियंत्रित करने के लिए टीम ने आपातकालीन प्रक्रिया के तहत संबंधित सप्लाई को अस्थायी रूप से बंद कराया और क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत शुरू की। दूसरी ओर, सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस और फायर विभाग की टीम ने क्षेत्र को घेराबंदी कर खाली कराया, ताकि लोग प्रभावित इलाके से दूर रहें और एहतियातन कोई दुर्घटना न हो।

खुदाई में क्षतिग्रस्त लाइन

स्थानीय सूत्रों के अनुसार, गैस पाइपलाइन में लीक होने की घटना नोएडा अथॉरिटी के इलेक्ट्रिकल विभाग की लापरवाही के कारण हुई है। बताया जा रहा है कि इलेक्ट्रिकल विभाग की ओर से केबल बिछाने के लिए चल रही खुदाई के दौरान बिना उचित सर्वेक्षण और समन्वय के जमीन खोदी जा रही थी, जिसके दौरान आईजीएल की भूमिगत पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई।

1 घंटे तक हुई मरम्मत

आसपास के निवासियों और कर्मचारियों ने कहा कि निर्माण और खुदाई कार्य के दौरान कई बार बिना नक्शे और सुरक्षा प्रोटोकॉल के काम होते हैं, जिससे ऐसे हादसे की आशंका बनी रहती है। करीब एक घंटे तक चले राहत और मरम्मत कार्य के बाद पाइपलाइन को सफलतापूर्वक दुरुस्त कर दिया गया और गैस लीकेज को पूरी तरह बंद कर दिया गया।

लापरवाही की हो रही समीक्षा

स्थिति सामान्य होने के बाद पुलिस ने क्षेत्र से बैरिकेडिंग हटाई। गनीमत रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ और बड़ा हादसा टल गया। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि नोएडा अथॉरिटी ऐसे कार्यों के दौरान आईजीएल और अन्य विभागों के साथ समन्वय बनाकर ही खुदाई कार्य कराए, ताकि शहर में किसी भी प्रकार की जान-माल की क्षति न हो। वहीं, घटना के बाद आईजीएल टीम और पुलिस प्रशासन द्वारा मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है और संबंधित विभाग की कार्यवाही की लापरवाही की भी समीक्षा की जा रही है।

Source -IANS