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Bihar Election : क्या प्रशांत किशोर राजनीति छोड़ देंगे? Exit Poll के बाद सोशल मीडिया पर क्यों है चर्चा?

Bihar Election : क्या जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर 14 नवंबर के बाद राजनीति छोड़ देंगे? सोशल मीडिया पर इस चर्चा ने जोर पकड़ लिया है। इसका कारण है चुनाव प्रचार के दौरान उनका दिया गया बयान। जानिए क्या है पूरी बात। 

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पटना

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Anand Shekhar

Nov 12, 2025

Prashant Kishor

प्रशांत किशोर (ANI Photo)

Bihar Election :बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना से पहले ही जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर (PK) चर्चा में आ गए हैं। वोटिंग समाप्त होने के बाद जैसे ही विभिन्न चैनलों और सर्वे एजेंसियों के एग्जिट पोल आने शुरू हुए, सोशल मीडिया पर सवाल उठने लगा कि क्या प्रशांत किशोर अब राजनीति छोड़ देंगे? दरअसल, लगभग सभी एग्जिट पोल में एनडीए गठबंधन को बहुमत का अनुमान दिया गया है, जबकि महागठबंधन और जनसुराज दोनों पिछड़ते दिख रहे हैं। कुछ सर्वे एजेंसियों ने जनसुराज को 0 से 5 सीटों तक सीमित बताया है।

राजनीति छोड़ने की चर्चा क्यों

प्रशांत किशोर ने चुनाव प्रचार के दौरान कई इंटरव्यू में दावा किया था कि इस चुनाव में जेडीयू 25 सीट से ज्यादा नहीं जीत पाएगी। अगर ऐसा हुआ, तो वो राजनीति छोड़ देंगे। उन्होंने साफ कहा था, "अगर जेडीयू को 25 से ज्यादा सीटें आती हैं, तो रिजल्ट के बाद मैं राजनीति छोड़ दूंगा।" अब एग्जिट पोल में जेडीयू को 50 से 70 सीटें मिलने का अनुमान सामने आने के बाद उनके इस बयान की क्लिप्स सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।

यूजर्स बोले - अब वक्त आ गया?

सोशल मीडिया पर कई यूजर्स प्रशांत किशोर को उनके पुराने बयानों की याद दिला रहे हैं। एक यूजर पीयूष रमन ने लिखा, “प्रशांत किशोर ने कहा था जेडीयू को अगर 25 से ज्यादा सीट आई तो राजनीति छोड़ देंगे। अब एग्जिट पोल में तो 50+ सीटें दिख रही हैं, मतलब अब वक्त आ गया?” वहीं रंजन सिंह ने लिखा, “प्रशांत किशोर 14 तारीख को राजनीति छोड़ रहे हैं। खुद कहा था 25 सीट से ज्यादा आई तो संन्यास ले लेंगे, प्रशांत जी को भूलने नहीं देंगे याद रखे हुए हैं।”

आनंद कुंवर ने लिखा, “प्रशांत किशोर के कुछ महत्त्वपूर्ण दावें याद रखिएगा। पहला जेडीयू को 25 सीट से अधिक नहीं आयेगा आया तो राजनीति छोड़ देंगे। दूसरा नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। दूसरे दावे की सच्चाई तो फिलहाल अमित शाह के बयान के बाद आपको देखने को मिल ही गई होगी। बाकी देखते है आगे क्या होता है।”

जनसुराज की संभावनाओं पर सवाल

एग्जिट पोल के आंकड़ों के बाद जनसुराज पार्टी की राजनीतिक जमीन को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। प्रशांत किशोर की पार्टी पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रही थी, लेकिन अब तक के संकेत बताते हैं कि उन्हें अपेक्षित जनसमर्थन नहीं मिल पाया। अब सबकी निगाहें 14 नवंबर पर टिकी हैं, जब नतीजे सामने आएंगे और यह तय होगा कि क्या प्रशांत किशोर अपने ही ऐलान पर कायम रहेंगे या नहीं।