पत्रकारों से बात करते प्रशांत किशोर । फोटो- पत्रिका
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को प्रशांत किशोर 'जन सुराज'ने 51 सैनिकों को मैदान में उतार दिया है। जन सुराज की लिस्ट सामने आने के बाद काफी विरोध हुआ। टिकट की उम्मीद में पिछले कई माह से प्रशांत किशोर का झंडा उठा रहे कार्यकर्ताओं ने लिस्ट जारी होते ही बागी हो गए। लेकिन,इसके बावजूद दो उम्मीदवारों की खूब चर्चा हो रही है। ये हैं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की पोती जागृति ठाकुर और पूर्व केंद्रीय मंत्री और जनता दल यूनाइटेड (JDU) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचंद्र प्रसाद सिंह की बेटी लता सिंह की। राजनीतिक पंडितों का कहना है कि प्रशांत किशोर ने इनको टिकट देकर एक साथ लालू प्रसाद और नीतीश कुमार के वोट बैंक में सेंघमारी करने का प्रयास किया है।
प्रशांत किशोर ने कर्पूरी ठाकुर की पोती जागृति ठाकुर को समस्तीपुर जिले की मोरवा विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। जागृति ठाकुर दिवंगत कर्पूरी ठाकुर के छोटे बेटे वीरेंद्र नाथ ठाकुर की बेटी हैं,और पिछले साल ही वह प्रशांत किशोर के 'जन सुराज' अभियान से जुड़ी थीं। मोरवा से उन्हें टिकट मिलना लगभग तय माना जा रहा था, पिछले कुछ समय से वो क्षेत्र में काफी सक्रिय रूप से प्रचार अभियान में भी जुटी हुई थीं।
प्रशांत किशोर ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और जनता दल यूनाइटेड (JDU) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचंद्र प्रसाद सिंह की बेटी लता सिंह को नालंदा जिले की अस्थावां विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। वे अस्थावां विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी। अस्थावां सीट को परंपरागत रूप से JDU का गढ़ माना जाता है, जहां से मौजूदा विधायक जितेंद्र कुमार लगातार पिछले 5 बार से जीत दर्ज करते आ रहे हैं। ऐसे में लता सिंह यहां एनडीए (NDA) और महागठबंधन दोनों को कड़ी चुनौती देती नजर आएंगी।
प्रशांत किशोर के इस फैसले को लालू-नीतीश के वोट बैंक में सेंघमारी के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि इस दांव का नई-नवेली पार्टी जन सुराज को कितना लाभ मिलेगा यह तो वक्त बतायेगा। प्रशांत किशोर ने समस्तीपुर जिले की मोरवा विधानसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की पोती डॉक्टर जागृति ठाकुर को अपना उम्मीदवार बनाया है। सहनी बहुल इस क्षेत्र में प्रशांत किशोर ने डॉक्टर जागृति ठाकुर पर दांव लगाया है।जनसुराज को डॉ जागृति ठाकुर के सहारे कर्पूरी ठाकुर के नाम को भुनाने के नाम को भुनाने का अवसर मिल गया। प्रशांत किशोर पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर की चर्चा कर नीतीश कुमार और लालू प्रसाद पर तंज कसेंगे।
मुंगेरीलाल कमीशन की अनुशंसा कर्पूरी ठाकुर ने ही किया था और इसे बिहार में लागू भी किया था। इसके कारण ही बिहार में अति पिछड़ों को 12%, पिछड़ों को 8%, महिलाओं और सामान्य जाति के गरीब लोगों को 3% आरक्षण मिल रहा है। इससे उन जातियों को हिस्सेदारी मिली जो काफी पीछे छूट गए थे। आरक्षण की इस नीति का अगड़ी जाति के एक वर्ग ने कर्पूरी ठाकुर का खूब विरोध किया था।
जबकि पिछड़ी जातियां उनके पक्ष में गोलबंद हो गई थी। इन जातियों का बड़ा समूह आज भी कर्पूरी ठाकुर के प्रति सम्मान रखता है। यही कारण है कि बीजेपी कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया और उनके बेटे रामनाथ ठाकुर को जदयू ने राज्यसभा भेजा। केंद्रीय मंत्री बनाया। प्रशांत किशोर भी उस विरासत पर डॉ जागृति ठाकुर के जरिए दावेदारी करेंगे। तेजस्वी यादव के भी कर्पूरी ठाकुर की सीट फुलपरास से चुनाव लड़ने की चर्चा है।
बिहार में सबसे ज्यादा अति पिछड़ा (36% फीसदी) आबादी है। इस आबादी को अपने साथ जोड़ने के लिए सभी अपने अपने स्तर से प्रयास कर रहे हैं। अभी तक यह वर्ग पारंपरिक रूप से नीतीश कुमार और एनडीए का वोटर रहा है। प्रशांत किशोर इसे साधने में लगे हैं।
Updated on:
09 Oct 2025 11:16 pm
Published on:
09 Oct 2025 11:15 pm
बड़ी खबरें
View Allपटना
बिहार न्यूज़
ट्रेंडिंग
बिहार चुनाव 2025