राजधानी जयपुर में मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में मोदकों की झांकी के साथ आज गणेश महोत्सव की शुरुआत हुई। प्रथम पूज्य के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की कतारें सुबह से लगना शुरू हो गई। गणेशजी महाराज की झांकी के दर्शन सुबह 5 बजे से शुरू हो गए।
झांकी का मुख्य आकर्षण 251-251 किलोग्राम के दो विशाल मोदक रहे। इसके अलावा 51-51 किलोग्राम के 5 मोदक, 21-21 किलोग्राम के 21 मोदक, 1.25-1.25 किलोग्राम के 1100 मोदक और हजारों की संख्या में अन्य छोटे मोदक भी रखे गए।
इस पूरी प्रसादी को बनाने में करीब 2500 किलोग्राम शुद्ध घी, 3 हजार किलोग्राम बेसन, 9 हजार किलोग्राम शक्कर और करीब 100 किलोग्राम सूखे मेवों का उपयोग किया गया। मंदिर परिसर में बाहर से आया प्रसाद नहीं चढ़ाया गया।
मोती डूंगरी मंदिर में इस साल 9 दिनों तक धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। 27 अगस्त को जन्मोत्सव और 28 अगस्त को नगर शोभायात्रा के साथ महोत्सव पूर्ण होगा।
भारत उदय संस्थान भांकरोटा की ओर से इस वर्ष भी 22वीं विशाल पदयात्रा का आयोजन किया गया। पदयात्रा आज सुबह भांकरोटा गणेश मंदिर से प्रारंभ होकर मोती डूंगरी गणेश मंदिर पर समाप्त हुई। पदयात्रा में करीब 2000 से 3000 भक्तगण शामिल हुए।