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राजसमंद SIR के लिए हुआ तैयार: 7 फरवरी 2026 तक चलेगी मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया

राजसमंद जिला विशेष गहन पुनरीक्षण (SpecialIntensiveRevision - SIR) कार्यक्रम की तैयारियों में जुट गया है।

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SIR Meeting

SIR Meeting

राजसमंद. राजसमंद जिला विशेष गहन पुनरीक्षण (SpecialIntensiveRevision - SIR) कार्यक्रम की तैयारियों में जुट गया है। चुनाव आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के तहत देशभर के 12 राज्यों में मतदाता सूची अद्यतन (VoterListUpdation) का फेज-2 चरण शुरू किया जा रहा है, जिसमें राजस्थान भी शामिल है। इस चरण के अंतर्गत 28 अक्टूबर 2025 से 7 फरवरी 2026 तक संपूर्ण प्रक्रिया संचालित होगी। जिला निर्वाचन अधिकारी अरुण कुमार हसीजा के नेतृत्व में राजसमंद जिले में इस कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए तैयारियां तेज़ कर दी गई हैं। इसी क्रम में उप जिला निर्वाचन अधिकारी नरेश बुनकर ने बुधवार शाम कलेक्ट्रेट के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित की। बैठक में बुनकर ने एसआईआर की पूरी प्रक्रिया, महत्वपूर्ण तारीखों और चरणों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम मतदाता सूची को अधिक सटीक, अद्यतन और त्रुटिरहित बनाने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है, ताकि आगामी चुनावों में प्रत्येक पात्र नागरिक का नाम सूची में सम्मिलित हो सके।

प्रक्रिया का विस्तृत कैलेंडर

उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि एसआईआर के तहत यह पूरा कार्यक्रम तय समय-सारणी के अनुसार चलेगा—

  • 28 अक्टूबर से 3 नवंबर 2025: प्रशिक्षण कार्यक्रम और गणना प्रपत्रों (EnumerationForms) का मुद्रण कार्य
  • 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025: घर-घर जाकर गणना प्रपत्रों का वितरण एवं संग्रहण
  • 9 दिसंबर 2025: मतदाता सूची का ड्राफ्ट प्रकाशन
  • 9 दिसंबर 2025 से 8 जनवरी 2026: दावे और आपत्तियां दर्ज करने की अवधि
  • 9 दिसंबर 2025 से 31 जनवरी 2026: नोटिस फेज — सुनवाई और सत्यापन प्रक्रिया
  • 7 फरवरी 2026: अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन दिवस

बुनकर ने बताया कि इस पूरी अवधि में प्रत्येक बूथ स्तर पर नियुक्त अधिकारी घर-घर जाकर मतदाताओं की जानकारी एकत्र करेंगे और गणना प्रपत्र भरवाएंगे। इसके बाद सभी आंकड़ों की मैपिंग और क्रॉस-वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

राजनीतिक दलों को दी गई प्रमुख जानकारी

बैठक के दौरान नरेश बुनकर ने सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को बताया कि सभी BoothLevelOfficers(BLOs) को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा ताकि वे सही तरीके से प्रपत्र भर सकें। घर-घर सर्वे के दौरान कोई भी पात्र नागरिक मतदाता सूची से छूटे नहीं, इसके लिए विशेष निगरानी व्यवस्था की जाएगी। ऑनलाइन आवेदन और दावे-आपत्तियां भी स्वीकार की जाएंगी। सूची में डुप्लिकेट या मृत मतदाताओं के नाम हटाने का कार्य भी समानांतर रूप से होगा। उन्होंने राजनीतिक दलों से आग्रह किया कि वे अपने कार्यकर्ताओं को भी इस प्रक्रिया में सहयोग के लिए प्रेरित करें ताकि जिला स्तर पर एक सटीक और पारदर्शी मतदाता सूची तैयार की जा सके।

राजनीतिक दलों ने दिया सहयोग का आश्वासन

बैठक में उपस्थित कांग्रेस, भाजपा और अन्य दलों के प्रतिनिधियों ने प्रशासनिक तैयारी की सराहना की और मतदाता सूची अद्यतन में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। दलों की ओर से कुछ सवाल उठाए गए। जैसे फॉर्म वितरण की पारदर्शिता, सुनवाई तिथियों का समन्वय और ऑनलाइन पोर्टल की कार्यप्रणाली जिनका उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने विस्तृत समाधान प्रस्तुत करते हुए दिशा-निर्देश साझा किए। बुनकर ने स्पष्ट किया कि “एसआईआर का लक्ष्य केवल सूची अद्यतन नहीं, बल्कि लोकतंत्र की बुनियाद को मजबूत करना है। हर योग्य मतदाता का नाम सूची में होना हमारी जिम्मेदारी है।”

मतदाता जागरूकता अभियान भी चलेगा समानांतर

इस कार्यक्रम के साथ जिला प्रशासन मतदाता जागरूकता के लिए भी SVEEP अभियान (Systematic Voters Education and Electoral Participation) चलाएगा। इसके तहत स्कूलों, कॉलेजों और पंचायत स्तर पर जागरूकता शिविर आयोजित किए जाएंगे।

उद्देश्य यह है कि—

  • नए मतदाता पंजीकरण के प्रति युवाओं को प्रेरित किया जाए।
  • शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में समान रूप से अद्यतन प्रक्रिया को पहुँचाया जाए।
  • महिला और वरिष्ठ नागरिक मतदाताओं के पंजीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाए।